किसानाें के समर्थन में खापाें ने हिसार में बुलाई महापंचायत
– किसान संगठनों को एक मंच पर लाने को शुरू किया अभियान
चंडीगढ़, 19 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा व पंजाब की सीमाओं में चल रहे किसान आंदोलन को हरियाणा की खाप पंचायतों ने खुला समर्थन कर दिया है। खापों ने सभी किसान संगठनों को एक मंच पर लेकर आने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। वहीं 29 दिसंबर को हिसार में महापंचायत करने का भी ऐलान कर दिया है।
हरियाणा की 102 खापों ने बनाई 11 सदस्यों की कमेटी ने गुरुवार को चंडीगढ़ में बैठक के बाद यह फैसला लिया। बैठक में उमेद सिंह सरपंच रिठाल, दहिया खाप के प्रधान जयपाल दहिया, सतरोल खाप के प्रतिनिधि सतीश चेयरमैन, कंडेला खाप के प्रतिनिधि ओम प्रकाश कंडेला, महम चौबीसी तपा प्रधान महावीर, माजरा खाप के प्रतिनिधि गुरविंद्र सिंह, फौगाट खाप दादरी के रविंद्र फौगाट, जगदीश तपा प्रधान, दलाल खाप से प्रधान सुरेंद्र दलाल समेत कई प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि खाप पूरी तरह से किसान आंदोलन का समर्थन करती हैं। केंद्र व राज्य सरकारों से रास्ता खुलवाए जाने की मांग करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि कई किसान संगठन इस आंदोलन से दूर रहकर भी इसका समर्थन कर रहे हैं। कई संगठन अपने स्तर पर ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि एमएसपी पूरे देश के किसानों को मिलेगा। इसलिए सभी किसान संगठनों को एक मंच पर लाने के लिए खापों ने प्रयास शुरू कर दिया है। खाप नेताओं ने कहा कि सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से फोन पर बातचीत की जा रही है।
आने वाली 29 दिसंबर को हिसार के बास में महापंचायत का ऐलान करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि महापंचायत में सभी 102 को खापों तथा किसान संगठनों को बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अपने प्रतिनिधियों को भेजकर बातचीत करे। डल्लेवाल के साथ कोई अनहोनी हुई तो इसकी सीधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। खाप नेताओं ने कहा कि 29 दिसंबर तक जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद हिसार की महापंचायत में किसानों के समर्थन में कड़ा निर्णय लिया जाएगा।
सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा किसानों पर लगाए जा रहे अनुशासनहीनता के आरोपों को खारिज करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि रास्ते सरकार की तरफ से बंद किए गए हैं। किसान शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली जाने के लिए तैयार हैं। सरकार द्वारा रास्ते बंद करने से आम जनता भी परेशान हो रही है।
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