फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पाकिस्तान से एक ड्रोन हेरोइन के पैकेट के साथ भारतीय सीमा में घुस आया। यह ड्रोन हेरोइन गिराकर लौटने में सफल रहा, जबकि भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा इसे रोकने के लिए फायरिंग और इल्यूमिनेशन बम का इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद, बीएसएफ ड्रोन को पकड़ने में असफल रही। हालांकि, इस घटना के अगले दिन पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसके तहत हेरोइन का एक पैकेट बरामद किया गया है।
532 ग्राम हेरोइन के इस पैकेट को खेतों के करीब स्थित सरकारी रास्ते से खोजा गया। फाजिल्का के सदर थाना के एसएचओ शिमला रानी ने बताया कि बीएसएफ को ड्रोन की गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस टीम के साथ मिलकर पूरे इलाके को सील कर दिया और लगभग चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के परिणामस्वरूप हेरोइन का ये महत्वपूर्ण पैकेट बरामद हुआ।
इस मामले में अब पुलिस ने एक मुकदमा दर्ज कर लिया है और तफ्तीश शुरू कर दी है। शिमला रानी ने कहा कि बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। अब यह मामला अदालत में पेश किया जाएगा, जहां आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि जांच के दौरान किसी भी आरोपी की पहचान होती है, तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से क्षेत्र में ड्रग्स के बढ़ते खतरे और तस्करी के बड़े नेटवर्क की ओर संकेत मिलता है। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग अब तस्करों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। फाजिल्का जैसे सीमावर्ती इलाकों में ऐसे घटनाओं का बढ़ता होना स्थानीय सुरक्षा के लिए चुनौती पेश कर रहा है।
पुलिस और बीएसएफ द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं, लेकिन भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए अधिक सतर्कता और बेहतर तकनीकी उपायों की आवश्यकता है। सीमाओं पर तस्करी के इस तरह के प्रयासों को रोकने के उपायों की खोज करना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में नशे के अवैध कारोबार पर नियंत्रण पाया जा सके।