फाजिल्का जिले के गांव लक्खे के उताड़ के पास एक दुखद सड़क हादसा हुआ है, जिसमें पंचायत सदस्य रंगीला सिंह की tragically मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब रंगीला सिंह, जो हाल ही में पंचायत चुनाव में अपने गांव का प्रतिनिधि बने थे, अपनी पत्नी प्रकाश कौर और बेटे साहिल के साथ एक शादी समारोह से लौट रहे थे। रात का समय और अंधेरा होना इस दुर्घटना का मुख्य कारण बताया जा रहा है, जब अचानक सामने से आए वाहन की लाइट उनकी आंखों में पड़ी और उन्होंने अपना संतुलन खो दिया। इस कारण उनकी बाइक सीधे एक ट्रैक्टर ट्राली से जाकर टकरा गई।
इस दुर्घटना में रंगीला सिंह, उनकी पत्नी और बेटे को गहरी चोटें आईं। उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने रंगीला सिंह को बचाने का प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने अपनी जान गवा दी। बतौर गांव बहक खास के पंचायत मेंबर बलविंदर सिंह ने बताया कि रंगीला सिंह का पूरा परिवार पहले से ही शादी समारोह में शामिल होने के लिए बाहर गया था, परंतु यह अचानक हुई दुर्घटना उनके परिवार के लिए एक बडी अग्निकांड के समान आ पहुंची।
अस्पताल पहुँचने पर, घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई और स्थानीय लोगों ने रंगीला और उनके परिवार की मदद के लिए प्रयास किए। लेकिन इस दुखद मौके का फायदा उठाते हुए एक शरारती तत्व ने रंगीला सिंह का मोबाइल चुरा लिया। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, और पुलिस इस चोरी की घटना की जांच कर रही है। बलबीर सिंह, जो अस्पताल में पुलिस टीम के अधिकारी हैं, ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी और मोबाइल को खोजने के लिए सभी जांच किए जाएंगे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रंगीला सिंह की मौत के बाद पूरी घटना की जांच की जा रही है। परिवार के सदस्यों के बयान के अनुरूप बीएनएस की धारा 194 के तहत कार्रवाई की जा रही है। यह प्रावधान सुनिश्चित करता है कि सभी आपराधिक तथ्यों को गंभीरता से लिया जाए, और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। इस घटना ने न केवल मृतक के परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
इस सड़क दुर्घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और अंधेरे में यात्रा करते समय सावधानी बरतने के महत्व को उजागर किया है। स्थानीय लोग और प्रशासन को इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर नई सोचने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की दु:खद घटनाओं से बचा जा सके। रंगीला सिंह की आकस्मिक मृत्यु ने सभी को जागरूक किया है कि सड़क पर अत्यधिक सतर्क रहना कितना आवश्यक है।