दमोह से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर दुर्गा मौसी, खरीदा नामांकन फॉर्म

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दमोह, 3 अप्रैल (हि.स.)। दमोह लोकसभा सीट से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर दुर्गा मौसी किन्नर भी अपनी किस्मत आजमाने जा रही हैं। वे बुधवार को दमोह कलेक्टर कार्यालय पहुंची और अपना नामांकन फार्म खरीदा। गुरुवार को वह अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वर्तमान में वह कटनी जिले से जनपद सदस्य हैं। उन पर आज तक कोई भ्रष्टाचार का आरोप भी नहीं लगा है। इस वजह से दमोह से चुनाव लड़कर वह लोगों की सेवा करना चाहती हैं।

दमोह लोकसभा सीट से भाजपा ने राहुल सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि कांग्रेस ने तरवर सिंह को टिकट दिया है। अब कटनी जिले की जनपद सदस्य दुर्गा मौसी भी यहां से भाग्य आजमाने पहुंची हैं। उन्हें उम्मीद है कि दमोह की जनता उन पर भरोसा जताएगी। इन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि भी मिली हैं। पूर्व में सात साल तक सरपंच भी रही हैं और कहा जाता है कि यह देश की पहली किन्नर सरपंच हैं।

कटनी जिले की रहने वाली दुर्गा मझवार उर्फ दुर्गा मौसी मुड़वारा तहसील के कनवारा गांव से सरपंच चुनी गई थी और कई प्रत्याशी उनके सामने चुनाव मैदान में थे। लोगों ने दुर्गा को सरपंच पद के लिए चुना था। इस गांव में विकास कार्य न होने से जनता को सुविधाएं नहीं मिल पा रही थी। उन्होंने दुर्गा किन्नर को सरपंच पद पर विजयी बनाया था। सरपंची कार्यकाल खत्म होने के बाद दुर्गा ने मुड़वारा के क्षेत्र क्रमांक 11 चाका से जनपद सदस्य का चुनाव जीता था। वर्तमान में वह इस पद पर हैं। अब लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही हैं।

दमोह लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए बुधवार को दुर्गा मौसी नामांकन फार्म खरीदने कलेक्टर कार्यालय पहुंची, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे दमोह के लोगों की सेवा करनी है। उन्हें सड़क, बिजली, पानी की सुविधा दिलानी है। युवाओं को रोजगार दिलाना है। दमोह के लोगों की मंशा है कि वह चुनाव लड़ें, इसलिए नामांकन फार्म लिया है। गुरुवार को वह नामांकन करेंगी। दुर्गा ने कहा कि उन पर आज तक कोई दाग नहीं लगा है। न वह भ्रष्टाचार पसंद करती हैं। वह दमोह लोकसभा से चुनाव लड़ना चाहती हैं।

दुर्गा मौसी के अनुसार 2019 में प्रयागराज में कुंभ के दौरान उन्हें किन्नर अखाड़े का पीठाधीश्वर बनाया था। इसके बाद हरिद्वार में महामंडलेश्वर की घोषणा की गई। किन्नर अखाड़े को जूना अखाड़े ने अपना समर्थन देकर शामिल किया था। इसमें बग्गी पर सवार होकर पेशवाई धूमधाम से निकाली गई थी। अमृत स्रान कराया गया था।