पूर्वी लीबिया में बाढ़ से भयंकर तबाही, 5300 से अधिक लोगों की मौत, 10 हजार लापता, 30 हजार विस्थापित

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14HINT1 पूर्वी लीबिया में बाढ़ से भयंकर तबाही, 5300 से अधिक लोगों की मौत, 10 हजार लापता, 30 हजार विस्थापित

डर्ना, 13 सितंबर (हि.स.)। पूर्वी लीबिया के डर्ना शहर में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 5,300 से अधिक हो गई है, जबकि 10 हजार से अधिक लोग लापता हैं। जानकारी के मुताबिक बाढ़ से भीषण तबाही के बीच 30 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, डर्ना का एक चौथाई हिस्सा बर्बाद हो चुका है। ज्ञात रहे कि भूमध्यसागर से उठे तूफान ‘डेनियल’ के कारण रविवार रात हुई बारिश से अचानक आई बाढ़ ने पूर्वी लीबिया के कई शहरों में भारी तबाही मचाई है। लेकिन डर्ना शहर में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अबू-लामोशा के मुताबिक, डर्ना में मरने वालों की संख्या 5300 से अधिक हो गई है। पूर्वी लीबिया में एम्बुलेंस एवं आपात केंद्र के प्रवक्ता ओसामा अली ने कहा कि पूरे क्षेत्र में हजारों की संख्या में लोगों की मौत हुई है। अली ने बुधवार को बताया कि डर्ना में 7,000 से अधिक लोग घायल हुए और इनमें से ज्यादातर लोगों का एजेंसियों द्वारा स्थापित अस्पतालों में इलाज के साथ सहायता पहुंचाने की कोशिश जारी है। उन्होंने कहा कि तटीय डर्ना शहर में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव एवं राहत दल को अब भी सड़कों, इमारतों और समुद्र से शव मिल रहे हैं।

लीबिया के एक शहर में बाढ़ से मची तबाही के बाद बचावकर्मियों को मलबे से बुधवार तक दो हजार से अधिक शव मिले हैं और कम से कम 30 हजार लोग विस्थापित हुए हैं।

डर्ना में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से बांध टूट गये, जिनका पानी आसपास के इलाकों में घुस गया। संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी ने बताया कि बाढ़ के कारण तटीय शहर डर्ना में बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है।

अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने बताया कि बाढ़ के कारण प्रभावित क्षेत्र में पहुंचना मानवीय सहायताकर्मियों के लिए काफी कठिन काम है। पूर्वी लीबिया के स्वास्थ्य मंत्री उस्मान अब्दुल जलील ने कहा कि बुधवार सुबह तक दो हजार से अधिक शव मिले हैं और उनमें से आधे से अधिक शवों को डर्ना में सामूहिक कब्रों में दफनाया गया। उन्होंने बताया कि बचाव दलों ने कुछ शव समुद्र से बरामद किये।

संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी के अनुसार डर्ना में बाढ़ के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं या नष्ट हो गईं। इसके अनुसार शहर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने वाले डर्ना नदी पर बने पुल भी ढह गए हैं।

लीबिया में रेड क्रॉस अंतरराष्ट्रीय कमेटी के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख यान फ्राइडेज ने बताया कि डर्ना शहर में बाढ़ से जबरदस्त तबाही मची है। उन्होंने बताया कि सैनिकों, सरकारी कर्मचारियों, स्वयंसेवियों और निवासियों सहित स्थानीय आपात सेवाओं से जुड़े लोग बचाव अभियान में शामिल हैं।

पड़ोसी देशों ने भेजी मदद

लीबिया के पड़ोसी देशों मिस्र, अल्जीरिया और ट्यूनीशिया, साथ ही तुर्किये और संयुक्त अरब अमीरात ने बचाव दल और मानवीय सहायता भेजी है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका राहत संगठनों को आपात वित्तीय सहायता भेज रहा है और अतिरिक्त मदद प्रदान करने के लिए लीबिया के अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र के साथ समन्वय कर रहा है।

पूर्वी लीबिया के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 1,000 से अधिक लाशें एकत्र की गईं, जिनमें से अब तक कम से कम 700 को दफनाया जा चुका है। लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद कई देश लीबिया की मदद के लिए आगे हैं। लीबिया की मदद के लिए अमेरिका, जर्मनी, ईरान, इटली, कतर और तुर्की आगे आए हैं। रविवार रात को आई इस बाढ़ में कारें खिलौनों की तरह बहती दिखीं। 89 हजार आबादी वाले इस शहर की सड़कें मलबे में बदल गई हैं।