वाराणसी जिला जेल में बंद किसानों से सपा एमएलसी और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिला

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19HREG86 वाराणसी जिला जेल में बंद किसानों से सपा एमएलसी और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिला

– मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना में सीमांकन के बीच बवाल और पथराव के आरोप में दर्ज है मुकदमा

वाराणसी,19 मई (हि.स.)। मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना में सीमांकन कार्य के दौरान हुए बवाल और पथराव के आरोप में कई किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे। मुकदमों में आरोपित बनाए गए किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार जेल भेज दिया था। शुक्रवार को जिला कारागार चौकाघाट में बंद इन किसानों से समाजवादी पार्टी के नेता एवं विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, पार्टी के स्थानीय जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ‘लक्कड़ पहलवान’ मिले।

किसानों से मुलाकात के दौरान सपा नेताओं ने उनसे पूरे मामले की जानकारी ली और पूरा सहयोग का भरोसा दिया। जेल से बाहर निकलने के बाद दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि ट्रांसपोर्ट नगर एवं आवासीय नगर बसाने के नाम पर किसानों की सहमति के बिना जिला प्रशासन एवं विकास प्राधिकरण ने बलपूर्वक जमीन पर कब्जे के प्रयास किया। इसका विरोध कर रहे किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज कर उन पर फर्जी मुकदमे लाद कर जिला कारागार वाराणसी में निरुद्ध किया गया है। सपा नेताओं ने किसानों पर हुए पुलिस जुल्म एवं बर्बर लाठीचार्ज की न्यायिक जांच कराने, किसानों पर लिखे मुकदमों को बिना शर्त वापसी, दोषी अधिकारियों एवं वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) कर्मियों पर कार्यवाही की भी मांग की। सपा के दोनों नेताओं ने कहा कि किसानों से वार्ता कर तत्काल उचित हल न निकाला गया तो पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।

कांग्रेस नेताओं ने भी की मुलाकात

जिला जेल में बंद किसानों से कांग्रेस के प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मिला। प्रतिनिधि मंडल ने किसानों से कहा कि इस लड़ाई में पार्टी उनके साथ खड़ी है। किसानों से मिलने के बाद जेल के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रोहनिया, मोहनसराय में ट्रांसपोर्ट नगर एवं आवासीय योजना के लिए किसानों की उपजाऊ जमीन का जबरन भूमि अधिग्रहण किया जा रहा था। यह पूर्णतया विधि विरुद्ध एवं गलत था। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन द्वारा पूर्व में योजना रद्द करने का पत्र जारी किया जा चुका है, इसके बावजूद गुजरात के पूंजीपति कंपनियों को कीमती उपजाऊ जमीन अधिग्रहण करके औने-पौने दामों पर देने के लिए किसानों पर लाठी चलाई गई थी। लाठीचार्ज में कई किसान, बुजुर्ग व महिलाएं बुरी तरीके से घायल हुए थे। लोगों को घरों में से घसीट-घसीट के मारा गया और गिरफ्तार कर फर्जी मुकदमा लिखकर उन्हें जेल भेजा गया। कांग्रेस के कार्यकर्ता घटना वाले दिन से ही किसानों से मिल रहे हैं, लाठीचार्ज में घायल महिलाओं का भी हाल जाना है। जुल्म और लाठीचार्ज के विरोध में धरना प्रदर्शन के साथ उन्हें न्याय दिलाने के लिए एडिशनल सीपी संतोष सिंह को भी पत्र दिया गया। पार्टी ने किसानों की लड़ाई साथ लड़ने का भरोसा भी दिया है।

प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, पंकज चौबे, विनोद सिंह, राम सुधार मिश्रा, राजीव राम, साजिद अंसारी, मयंक चौबे आदि भी शामिल रहे।