मुख्यमंत्री योगी के लिए जनार्दन सदृश आराध्य है जनता : डाॅ. डीपी सिंह

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24HREG50 मुख्यमंत्री योगी के लिए जनार्दन सदृश आराध्य है जनता : डाॅ. डीपी सिंह

-मुख्यमंत्री योगी के भाषण संग्रह ‘लोक आराधना की अभिव्यक्ति’ के दो खंडों का विमोचन

-मुख्यमंत्री योगी के हर चिंतन में झलकता है गहन अध्ययन व डिवाइन कनेक्ट

गोरखपुर, 24 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के भाषणों पर दो खंडों में संग्रहित पुस्तक ‘लोक आराधना की अभिव्यक्ति’ का विमोचन बुधवार को हुआ। गोरखपुर स्थित दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के गुरु गोरखनाथ साहित्यिक केंद्र में आयोजित समारोह में भाषण संग्रह का विमोचन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर डीपी सिंह व भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह की उपस्थिति में किया।

यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर डीपी सिंह ने कहा कि हम सभी अपने आराध्य की आराधना करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक अर्थात जनता की आराधना भी जनार्दन यानी परमात्मा की भांति करते हैं। लोक की यह आराधना उनके क्षण-प्रतिक्षण के चिंतन, कार्यशैली और हर अभिव्यक्ति में झलकती है। उनके लोक आराधना का ही प्रतिफल है कि आज उत्तर प्रदेश लोक कल्याण और विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की हर विषय में स्पष्ट सोच है। उनके चिंतन में गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रेरणा से गहन अध्ययन का पुट और जनहित के लिए डिवाइन कनेक्ट (अलौकिक जुड़ाव) परिलक्षित होता है। वह हर व्यक्ति के लौकिक-पारलौकिक परमार्थ की चिंता और तदनुरूप कार्य करते हैं।

प्रोफेसर सिंह ने ‘लोक आराधना की अभिव्यक्ति’ ग्रंथ को प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति को इसका अध्ययन अवश्य करना चाहिए। इससे शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके संघर्ष, परिश्रम और साधना का भी भान होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर अभिव्यक्ति में गरीब, शोषित, वंचित, किसान, मजदूर समेत समाज के प्रत्येक वर्ग की चिंता समाहित रहती है। श्रमिकों के पाल्यों व कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों की शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी अद्भुत परिकल्पना कोई दिव्य पुरुष ही कर सकता है। इस विद्यालय के लिए हर व्यवस्था का निर्धारण मुख्यमंत्री योगी ने स्वयं किया है। उनका स्पष्ट मानना है कि नींव मजबूत होनी चाहिए। इसलिए वह बच्चों की सर्वाधिक चिंता करते हैं। कानून व्यवस्था की सुदृढ़ता हो, प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने की बात हो या फिर लाखों करोड़ रुपये का निवेश लाने का सफल प्रयास, मुख्यमंत्री का हर कदम लोक कल्याण का ही माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि लोक आराधना को ही समर्पित होने से नए भारत, विकसित भारत के निर्माण में मुख्यमंत्री योगी का महत्वपूर्ण योगदान होगा।