ढाका हुआ भगवामय, बांग्लादेशवासियों ने शंकराचार्य अधोक्षजानंद का किया अभूतपूर्व नागरिक अभिनंदन

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20HINT12 ढाका हुआ भगवामय, बांग्लादेशवासियों ने शंकराचार्य अधोक्षजानंद का किया अभूतपूर्व नागरिक अभिनंदन

-बांग्लादेश के राजनेताओं और आम जनता में जगद्गुरु के आगमन पर गजब का उत्साह

-गुलाम मोहम्मद कादिर बोले, सभी धर्म के लोगों को आशीर्वाद देने आए हैं जगद्गुरु

ढाका, 20 मई (हि.स.)। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आज गोर्वधन पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज का अभूतपूर्व नागरिक अभिनंदन हुआ। सनातन धर्म के शीर्षस्थ धर्माचार्य का हिन्दुओं के अलावा मुस्लिम समाज के लोगों ने भी भव्य स्वागत किया। बच्चे और युवा जहां हाथों में भगवाध्वज लिए शंकराचार्य महाराज की जय-जय के जोरदार नारे लगा रहे थे, वहीं काफी संख्या में उपस्थित महिलाएं जगद्गुरु पर पुष्प वर्षा कर उनकी आरती उतार रही थीं।

ढाका के स्थानीय लोगों ने राजधानी में दयागंज स्थित प्राचीन श्रीश्री जातीय शिवमंदिर में शनिवार पूर्वाह्न दस बजे से जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज का नागरिक अभिनंदन का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर मंदिर के सचिव और बांग्लादेश की सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग के वरिष्ठ नेता एसके बादल ने शंकराचार्य जी का पांव पखारकर आशीर्वाद लिया। जगद्गुरु ने भगवान शंकर का विधिवत पूजन व रुद्राभिषेक किया। इसके बाद शंकराचार्य जी का नागरिक अभिनन्दन किया गया।

इस दौरान जगद्गुरु देवतीर्थ जी महाराज ने कहा कि बांग्लादेशवासियों के इस अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन से वह अभिभूत हैं। उन्होंने वहां उपस्थित विशाल जनसमूह को आशीर्वाद दिया। शंकराचार्य ने कहा कि भारत के लोग और सरकारें बांग्लादेश की शुभचिंतक हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जितना अपने देश के विकास हेतु चिंतिंत रहते हैं, उतना ही वह पड़ोसी देशों विशेषकर बांग्लादेश के उत्थान को लेकर प्रयासरत रहते हैं।

इस अवसर पर जगद्गुरु ने श्रद्धालुओं को बताया कि आज से करीब 2500 वर्ष पूर्व वैदिक सनातन धर्म के पुनरुद्धार हेतु स्वयं भगवान शिव ने दक्षिण भारत के केरल प्रांत में अवतार लिया था। मात्र आठ वर्ष की आयु में संन्यास ग्रहण कर शंकराचार्य के नाम से विख्यात हुए। उन्होंने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया।

गौरतलब है कि श्री आद्य शंकराचार्य द्वारा गोवर्धन मठ की स्थापना हुई और भारत के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों समेत बांग्लादेश, नेपाल, भूटान व म्यांमार जैसे देश गोवर्धन मठ के ही विशेष धर्म संरक्षित क्षेत्र हैं। गोवर्धन पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज 19 नवम्बर 2021 से 12 ज्योतिर्लिंगों एवं 52 शक्ति पीठों की यात्रा पर हैं। सम्पूर्ण भारत का भ्रमण कर अधिकतर ज्योतिर्लिंगों और शक्ति पीठों का दर्शन-पूजन सम्पन्न कर लेने के बाद शंकराचार्य जी ने पड़ोसी देशों में स्थित शक्ति पीठों के दर्शन की यात्रा दूसरे चरण में प्रारम्भ की है। नेपाल और श्रीलंका की यात्रा के बाद अब वह बांग्लादेश पहुंचे हैं।

शंकराचार्य के साथ भारत के संतों और विद्वानों का एक सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल भी बंग्लादेश की यात्रा पर है। वह यहां स्थित सभी शक्ति पीठों का दर्शन व पूजन करेंगे। इस क्रम में जल्द ही वह तिब्बत और पाकिस्तान स्थित शक्ति पीठों की भी यात्रा करेंगे।

नागरिक अभिनंदन समारोह के मुख्य अतिथि और बांग्लादेश के प्रमुख विप़क्षी दल जातीय पार्टी के अध्यक्ष व सांसद गुलाम मोहम्मद कादीर ने इस अवसर पर कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज के आने से वे सभी लोग बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि जगद्गुरु बांग्लादेश के हर धर्म के लोगों को अपना आशीर्वाद देने आए हैं और हम सब सौभाग्यशाली हैं, जो उनका स्वागत करने का शुभ अवसर आज मिला है। गुलाम मोहम्मद कादीर ने शंकराचार्य जी से अपने संसदीय क्षेत्र, रंगपुर आने का भी अनुरोध किया।

समारोह में विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित ढाका के सांसद सैयद अबू हुसैन बावला ने कहा कि लोगों की पूजा पद्धति अलग-अलग हो सकती है लेकिन, सभी धर्म का वास्तविक मकसद मानवता है। उन्होंने इस अवसर पर बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को भी याद किया।

शंकराचार्य के नागरिक अभिनंदन समारोह को भारत के त्रिपुरा राज्य के विधानसभा उपाध्यक्ष रामप्रसाद पाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश हमारा मित्र देश है। यहां कई शक्ति पीठ हैं, जगद्गुरु उन शक्ति पीठों का दर्शन और पूजन करने आए हैं। वह यहां के सभी लोगों को अशीर्वाद भी देंगे।

पूर्व में अभिनंदन समारोह आयोजन समिति के अध्यक्ष विधान बिहारी गोस्वामी, सचिव एसके बादल, सह संयोजक सुसांत चक्रवर्ती, विश्व हिन्दू परिषद, बांग्लादेश चैप्टर के संयुक्त महामंत्री सुजन डे, कोलकाता से आए वरिष्ठ पत्रकार तरुण चक्रवर्ती समेत कई लोगों ने जगद्गुरु शंकराचार्य का स्वागत किया। स्थानीय कलाकार राधिका सरकार ने ‘सत्यम शिवम सुन्दरम’ संगीत पर नृत्य करते हुए जगद्गुरु का भव्य स्वागत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।