एनटीसीए की 30 सदस्यीय दल ने देखा भोपाल का बाघ प्रबंधन, की सराहना

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भोपाल, 28 मई (हि.स.)। देश में भोपाल इकलौती ऐसी राजधानी है, जहां शहरी क्षेत्र और आसपास 18 से 22 बाघ सक्रिय हैं। वर्तमान में इनमें से छह का मूवमेंट है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के 30 सदस्यीय दल ने रविवार को जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान, कलियासोत बांध से केरवा बांध के ऊपरी क्षेत्र तक दौरा किया और बाघ प्रबंधन की स्थिति देखी। उन्होंने ईआई सर्विलांस सिस्टम भी देखा, जिससे करीब दो वर्ग किमी में दिन और रात बाघों की निगरानी की जाती है।

दरअसल, एनटीसीए की सालाना बैठक सोमवार को इंडियन इंस्टीट्यूट आफ फारेस्ट मैनेजमेंट (आईआईएफएम) में आयोजित की जा रही है। रविवार को देशभर से संस्था के करीब 30 सदस्य भोपाल पहुंच गए हैं। बाघ मूवमेंट क्षेत्र के दौरे पर निकले सदस्यों ने शहरी क्षेत्र में बाघों की बड़ी आबादी और उसके प्रबंधन की प्रशंसा की।

सदस्य केरवा नर्सरी में स्थित ईआई सर्विलांस सेंटर पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि किस तरह से दो वर्ग किमी में बाघों की कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाती है। इसमें थर्मल इमेज कैमरे भी हैं, जिनसे रात में जंगल में होने वाले हर गतिविधि को देखा जा सकता है। इससे शिकारियों पर नजर रखना आसान है। टीम को स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में शहरीकरण बढ़ रहा है। बाघ भी ज्यादा हैं, इसलिए ईआई सर्विलांस टावर बढ़ाने पड़ेंगे।

वर्तमान में पांच टावर हैं, इनमें से चार पर कैमरे लगे हैं। जिससे बड़े क्षेत्र पर नजर रखी जा रहा है। टीम के सदस्यों ने कहा कि ये अनोखा क्षेत्र है, जहां शहर के इतने करीब बाघ हैं। यहां शहरी विकास और शहरी टाइगर मैनेजमेंट का समन्वय होना जरूरी है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी सिस्टम की प्रशंसा की। इससे साइंटिफिक तरीके से बाघों की निगरानी आसान हुई है। वन विभाग द्वारा प्रजेंटेशन दिया गया। दौरे में एनटीसीए के महानिरीक्षक डा. अमित मलिक, सदस्य एसएस नेगी, राहुल भटनागर, समीर सिन्हा, डा. प्रदीप मलिक, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जेएस चौहान सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।

बैठक में केंद्रीय वनमंत्री शामिल होंगे

एनटीसीए के नए सदस्यों की नियुक्ति के बाद पहली सालाना बैठक सोमवार को आईआईएफएम में आयोजित की जा रही है। इसमें केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे, एनटीसीए के सदस्य दिया कुमारी, सांसद सुशील मोदी और कीर्तिवर्धन सिंह, वन मंत्रालय के महानिदेशक पीसी गोयल, एनटीसीए के सदस्य सचिव डा़ एसपी यादव सहित देशभर से आने वाले संस्था के सदस्य शामिल होंगे। इस बैठक में चीता परियोजना की समीक्षा की जाएगी, तो बाघ प्रबंधन के साथ देशभर के टाइगर रिजर्व के मुद्दों और समस्याओं पर चर्चा होगी। बैठक में भोपाल के आसपास बाघों के घूमने पर भी चर्चा होगी।