इंदौर की प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ी पूजा गर्ग के विदेश जाने की राह हुई आसान

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19HSNL3 इंदौर की प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ी पूजा गर्ग के विदेश जाने की राह हुई आसान

– कलेक्टर ने जन सहयोग से सौंपा एक लाख रुपये की मदद का चेक

– पूजा अब नेशनल और इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी

इंदौर, 19 मई (हि.स.)। शहर की प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ी पूजा गर्ग के विदेश जाने की राह अब आसान हुई है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शुक्रवार को इस होनहार पैरा ओलंपिक खिलाड़ी को जन सहयोग से एक लाख रुपये की मदद का चेक सौंपा। पूजा अब बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी और नए हौसले के साथ नेशनल और इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगी। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इस खिलाड़ी के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

उल्लेखनीय है कि पूजा गर्ग पिछले दिनों जन सुनवाई में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी से मिली थी और उन्हें अपनी परेशानियां बतायी। पूजा का कहना था कि वह खेल प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती हैं। उसके खेल और आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं है। कमी है तो बस साधन और सुविधाओं में। कलेक्टर ने इस खिलाड़ी की समस्याओं को गंभीरता से सुना और मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए गत फरवरी में मोटोराइज्ड व्हील चेयर उपलब्ध कराई थी। इससे उसके जीवन की राह और आसान हुई।

इसके बाद उसे प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए विदेश जाने में आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा। यह समस्या भी उसने कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को बतायी। उन्होंने जनसहयोग से व्यवस्था कराने का भरोसा दिलाया। उन्होंने अपर कलेक्टर राजेश राठौर और सहायता संस्था के अनिल भंडारी से चर्चा की। अनिल भंडारी के प्रयासों से पाथ इन्फ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से एक लाख रुपये की व्यवस्था की गयी। इस राशि का चेक शुक्रवार को पूजा को सौंपा गया। पूजा ने आश्वस्त किया कि वे बेहतर प्रदर्शन करेंगी और इंदौर सहित मध्य प्रदेश और पूरे देश का नाम रोशन करेंगी।

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग खिलाड़ी पूजा गर्ग वर्ष 2010 में सीढ़ी से गिर कर घायल हो गई थी जिसके बाद उसे स्पाइनल इंजरी हुयी और वह अस्सी फीसदी विकलांग हो गयी। इसके बावजूद उसने अपने हौसलों को कमजोर नहीं होने दिया, लगातार अभ्यास करती रही। वे पैरा कैनाइंग और पिस्टल शूटर खिलाड़ी हैं। अपने मजबूत इरादों के साथ कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और पदक प्राप्त किए। वह अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना चाहती है।

मदद मिलने से पूजा गर्ग बेहद खुश हैं और उसने विश्वास दिलाया कि अब वह अपना सारा ध्यान खेल पर देंगी और भविष्य की प्रतियोगिताओं में बेहतर से बेहतर परिणाम लाएंगी। वे पैरा ओलंपिक में स्वर्ण पदक लाने के लिए आशान्वित है।