हरिद्वार, 12 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन पर्व पर शांति कुंज में गायत्री साधक ने संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी से रक्षा सूत्र बंधवाया। इस मौके पर साधकों ने रक्षाबंधन के पावन पर्व पर कई स्थानों पर पौधारोपण किया।
गायत्री तीर्थ परिसर शुक्रवार प्रातकाल से ही शैलदीदी एवं युगगायकों ने रक्षाबंधन एवं राष्ट्रभक्ति की गीतों से गूंजता रहा। शैल दीदी ने देश-विदेश से आये एवं आश्रमवासी भाइयों के कलाई में बांधी तथा बहनों ने गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या को राखी बांधीं। अपने संदेश में शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि रक्षासूत्र मात्र कच्चा सूत्र होता है लेकिन इसमें जब श्रद्धा-भावना की शक्ति का समावेश हो जाता है, तो यह सामान्य धागा नहीं रहता। वह इतना मजबूत हो जाता है, जिसे तोड़ना नामुमकिन हो जाता है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि क्रोध के सागर को प्रेम के आंसुओं में बदलने की हैसियत कच्चे धागे की रही है। राखी ने अनगिनत शत्रुओं को मित्र बनाकर परस्पर सुख-दुःख झेलने को विवश किया। हमारे सैनिकों की सुरक्षा में जुटे होने के कारण ही हम सुरक्षित हैं। हम सबको भी उन सैनिकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थनाएँ करनी चाहिए।
इससे पूर्व शांतिकुंज में सामूहिक हेमाद्रि संकल्प सम्पन्न हुआ। शांतिकुंज की ब्रह्मवादिनी बहनों ने 27 कुण्डीय यज्ञशाला में गायत्री महायज्ञ में विश्व कल्याण के लिए विशेष वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ सम्पन्न कराया।