कपिल गुज्जर ने मालदीव बॉडी बिल्डिंग में जीता रजत

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हरिद्वार, 24 जुलाई (हि.स.)। औद्योगिक नगरी भेल की पॉश कॉलोनी शिवालिक नगर के बॉडी बिल्डर कपिल गुज्जर ने एक बार फिर पूरे एशिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। हाल ही में मालदीव में आयोजित हुई एशिया बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में कपिल ने सिल्वर मेडल हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस प्रतियोगिता में पूरे एशिया से करीब 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।

बॉडी बिल्डिंग से एक सुडौल और खूबसूरत शरीर बनाने का सपना तो जिम में जाने वाला हर एक व्यक्ति देखता है लेकिन इसे साकार कर राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा का लोहा बहुत कम ही लोग मनवा पाते हैं हरिद्वार की उपनगरी भेल में रहने वाले कपिल गुर्जर का, जिन्होंने बीते महज आठ साल के भीतर अपनी प्रतिभा का लोहा न पूरे एशिया को मनवा दिया है। करीब ढाई सौ प्रतिभागियों में से कपिल ने दूसरा स्थान प्राप्त कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। बॉडी बिल्डिंग एशियन चैंपियनशिप का आयोजन मालदीव में किया गया था, जिसमें 22 देशों के ढाई सौ से अधिक बॉडी बिल्डर से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसमें सबसे ज्यादा भारत से करीब 72 प्रतिभागी भाग लेने पहुंचे थे।

एशियन बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में कपिल ने भले सिल्वर मेडल लेकर देश का नाम रोशन किया हो, लेकिन कपिल इस जीत से अभी खुश नहीं है। उनकी तैयारी तीन माह बाद थाईलैंड में होने जा रही वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप की है, जिसमें वह किसी भी सूरत में गोल्ड मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन करना चाहते हैं।

वैसे तो कपिल ने 8 साल पहले बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में कदम रखा था, लेकिन बीते 5 साल में उन्होंने कई बड़े मेडल अपने नाम किए हैं, जिनमें मुख्य रूप से नॉर्थ इंडिया बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल, जिरई चैंपियन, 2017 में मिस्टर इंडिया, 2018 ओलंपिया में सिल्वर मेडल, 2019 में एशिया, साथ एशिया और वर्ल्ड चैंपियनशिप में टॉप फाइव में स्थान बनाया था।

कपिल का कहना है कि बॉडी बिल्डिंग में अनुशासन सबसे ज्यादा जरूरी है, जो भी पहलवान अनुशासन में रहता है। वही एक अच्छा बॉडी बिल्डर बन सकता है। बॉडी बिल्डिंग एक अनुशासन का और 24 घंटे का गेम है। इस गेम को सिर्फ अनुशासन में रहकर ही खेला और जीता जा सकता है। बिना अच्छी डाइट और डिसिप्लिन के आप बॉडी बिल्डिंग नहीं कर सकते।

कपिल का कहना है कि आज युवा गलत दिशा में जाकर नशे की जद में आ रहे हैं। नशे से दूर होकर सिर्फ एक दो घंटा जिम जाने से आप अपना या अपने देश का नाम रोशन नहीं कर सकते। अगर नाम रोशन करना है, तो आपको पूरी लगन व मेहनत के साथ पूरा समय भी कसरत को देना होगा। हरिद्वार में बीते कई सालों से जिम का संचालन कर रहे कपिल गुज्जर के जिम में करीब सवा सौ युवा कपिल के अंडर में ट्रेनिंग ले रहे हैं। इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले करीब 50 युवाओं को ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से बॉडी बिल्डिंग की बारीकियां सिखा रहे हैं।