कानपुर कमिश्नरेट में सकुशल संपन्न हुई बकरीद की नमाज, फिर चला बधाइयों का दौर

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कानपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज रविवार को पूर्व निर्धारित समय में बड़ी ईदगाह बजरिया सहित मस्जिदों पर सकुशल सम्पन्न हुई। कड़ी सुरक्षा के बीच मुसलमानों ने देश में खुशहाली, बीमारियों, परेशानियों, मुसीबतों से निजात की दुआ की।

इसके साथ ही देश में अमन व शान्ति कायम रहने की दुआ की गई। लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी और जानवरों की कुर्बानी भी की। वहीं, पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये थे और सड़कों पर नमाज नहीं हो सकी। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से बराबर निगरानी होती रही।

कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो वर्षों से बंदिशों के बीच बकरीद मनाई जा रही थी। इस वर्ष लोगों ने खुलकर बकरीद का त्योहार मनाया। इससे पहले शहर की बड़ी ईदगाह सहित दर्जनों मस्जिदों पर लोगों ने नमाज अदा की और फिर कुर्बानी का सिलसिला शुरु हुआ। ईदगाह व मस्जिदों में नमाजियों की संख्या अच्छी रही। कई जगहों पर भीड़ अधिक होने के चलते दो से तीन बार में नमाज आदा की गई, लेकिन सड़कों पर नमाज अदा नहीं की गई और शहरवासियों को परेशानियों का सामना भी नहीं करना पड़ा। बड़ी ईदगाह में नमाज से पहले लोगों को ईद-उल-अजहा के बारे में बताया गया और कुर्बानी पर प्रकाश डाला गया। नमाज के बाद मुबारकबाद देने का सिलसिला चलता रहा। एक दूसरे के घरों में पहुंच कर बकरीद की खुशियां बांटी गई।

सोशल मीडिया पर न करें पोस्ट

शहरकाजी मुफ्ती यूनुस रजा ओवैसी ने बताया कि बकरीद पर प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करें। ऐसा काम न करें, जिससे एक दूसरे की भावनाएं आहत हों। दूसरे शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब ने अपील की है कि प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें, कुर्बानी का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड न करें।

अधिकारियों ने दी बधाई

बकरीद की नमाज सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर और पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना बड़ी ईदगाह पहुंचे। आलाधिकारी बराबर पल पल की टोह लेते रहे और सीसीटीवी कैमरों को भी देखा गया। इसके साथ ही अधिकारियों ने लोगों को बकरीद की मुबारकबाद दी। शहरवासियों से अपील की गई कि बकरीद के त्योहार को आपसी भाईचारे के साथ मनाएं और किसी भी प्रकार का असमाजिक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट न किया जाये।

ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से हो रही थी निगरानी

तीन जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा से सबक लेते हुए प्रशासन ने बकरीद की नमाज को लेकर पुख्ता इंतजाम किया था। अतिसंवेदशील और संवेदनशील जगहों के अलावा प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी के साथ ड्रोन से निगरानी हो रही थी। इसके साथ भारी फोर्स को तैनात किया गया था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि नमाज को सकुशल सम्पन्न कराने में सिविल डिफेन्स, पुलिस युवा मित्र एवं शहर के वरिष्ठ नागरिकों का भी बहुत अच्छा सहयेाग मिला है।

महिलाओं ने अदा की नमाज

अहले हदीस मसलक की ईदगाहों में पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी सामूहिक रूप से नमाज अदा की। महिलाओं के लिए पर्दे की व्यवस्था की गई थी। पहले पुरुषों की पक्तियां रही और फिर उसके पीछे महिलाओं की पक्तियां रही। फेथफुलगंज स्थित ईदगाह मास्टर अब्दुल करीम में मौलाना अब्दुल समी नदवी ने नमाज की इमामत की।