सरकार की क्रांतिकारी योजनाओं का प्रभाव 25-30 वर्षों तक दिखेगा : मुख्यमंत्री

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रांची, 28 दिसंबर । झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के 29 दिसंबर को दो वर्ष पूरे हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दो वर्षों में हमने कोविड सहित तमाम छोटी-बड़ी चुनौतियों के बीच सभी विभागों के लिए जो कार्ययोजना तैयार की है, उसका प्रभाव आनेवाले 25-30 सालों तक देखने को मिलेगा।

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग हो या खेल-कूद, जंगल से संबंधित विषय हो या उद्योग, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य का क्षेत्र, हमारी कार्ययोजना झारखंड के विकास में एक लम्बी लकीर खींचेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर वर्ग, हर समुदाय को लेकर काम कर रही है। सरकार न सिर्फ पढ़े लिखे नौजवानों को बल्कि गांव के नौजवानों को भी आगे बढाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।

चार-छह महीने में किये गये कई ऐतिहासिक निर्णय

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनते ही पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में आ गया। सारा काम बिलकुल ठप सा हो गया। सब कुछ छोड़कर लोगों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता में थी। सरकार ने काम भी किया। इस बात को हम नहीं कह रहे बल्कि जितनी भी रिपोर्ट आई है, उसमें झारखंड का जिक्र है। इन रिपोर्ट्स में कहा गया है कि देश में सबसे बेहतर कार्य कोरोना काल में झारखंड में हुआ. सरकार दिन-रात राज्य के लोगों के सुख दुःख में खड़ी रही. डेढ़ वर्ष तक यह चलता रहा। धीरे-धीरे कोरोना के साथ चलते-चलते कई मोर्चा पर सरकार को बेहतर लोगों का सहयोग मिला। कई निर्णय चार-छह महीने में ऐसे लिए गए जो राज्य के लिए मिल के पत्थर साबित होंगे। सरकार ने इस दौरान कई अलग तरीके के क्रांतिकारी निर्णय भी लिए।

अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजना पहुंचाने के लिए संकल्पित

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की आज भी 80 प्रतिशत आबादी गरीब है। ऐसे भी हैं जिन्हें तन ढंकने के लिए कपडा, खाने को भोजन नहीं मिल रहा है। सरकार ने इसको प्राथमिकता में लिया है और गरीबों को भोजन के साथ तन ढकने के लिए कपड़े भी दे रही है। यह लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम योजना ही गरीबों को केंद्र में रखकर बना रहे हैं। लोगों को बेहतर इलाज मिले उसपर भी सरकार काम कर रही है।

80 अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खोलेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सरकारी स्कूलों को लेकर हमारी एक नयी कार्ययोजना है। अब हिंदी माध्यम के साथ अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलेगी सरकार जो निजी विद्यालयों के समकक्ष होंगे। हर जिले हर प्रखंड में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल मिले हैं। अभी 24 जिले में 80 अंग्रेजी माध्यम स्कूल का चयन किया गया है। अगले चरण में 325 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जायेंगे।

एक-एक कर बिचौलियों को समाप्त करेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी योजनाओं पर कुंडली मारकर बैठे एक-एक बिचौलिए को समाप्त किया जाएगा। अलग राज्य के गठन के बाद से ही सरकारी योजनाओं पर नेगेटिव फ़ोर्स हावी रही। नतीजा यह रहा कि जिन्हें योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए उन्हें न मिलकर किसी और को मिल जाता था। हमने पिछले 20 सालों की इस परम्परा को समाप्त करने के लिए राज्य मुख्यालय में बैठकर होनेवाले कामों को गांवों तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पेंशन के लिए पहले घूस देनी पड़ती थी। अब बिना घूस दिए लोगों को पेंशन मिल रही है। अब तक 70-75 लाख लोगों को इसका लाभ मिल चुका है।

रोजगार में मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आज तक यह समझ में नहीं आया कि आखिर झारखंड में ही रोजगार को लेकर विवाद क्यों हो रहा है। अन्य राज्यों में विवाद क्यों नहीं होता है। उन्होंने कहा कि बाहर के लोग झारखंड सबसे बड़ा चारागाह समझते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे यहां के छात्र-युवा बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ या अन्य राज्यों में जाते हैं तो सिर फोड़वाकर आते हैं। यह नहीं चलेगा। झारखंड में अब नया रास्ता तैयार हो रहा है। किसी बाहरी को यहां की नौकरियों पर कब्ज़ा नहीं करने देंगे।

अपनी भाषा-अपनी संस्कृति को लेकर चलेंगे

भाषा विवाद पर अपनी राय रखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वैसे सभी राज्य, जो अपनी भाषा, संस्कृति और संस्था को साथ लेकर चले हैं, आज वो देश का अग्रणी राज्य है। जब तक हम अपनी स्थानीय भाषाओं और संस्कृति को नहीं लेकर चलेंगे तब तक विकास नहीं हो सकता। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि अपनी भाषा और संस्कृति को लेकर चलेंगे।

20 वर्षों में जेपीएससी की नियमावली नहीं बनी थी

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष जेपीएससी परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है, जो निराधार है। कोर्ट ने भी कहा है कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने 20 वर्षों तक नियुक्ति नियमावली नहीं बनायी। हमने नियमावली बनाकर जेपीएससी को दे दिया है। वह स्वायत्त कमीशन है, अपना काम कर रहा है। जेपीएससी की प्रथम और द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा की अब तक सीबीआई जांच चल रही है। ऐसा लगता है कि इसकी रिपोर्ट 80 वर्षों तक आएगी। तब तक जो गलत तरीके से नियुक्त हुए सीओ, बीडीओ और डीएसपी हैं, रिटायर हो जायेंगे। भाजपा स्लीपर सेल है। अब उनकी नहीं चलेगी। आज एससी,एसटी और ओबीसी बच्चों को नौकरी मिल रही है तो उन्हें पेट में दर्द हो रहा है।

राज्य से अशांति के वातावरण को दूर किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार में राज्य में अशांति का वातावरण था। वो वातावरण आज नहीं है। दो वर्षों में मरते लिए यह सबसे बड़ा सकून है। पूर्व की सरकार निठल्ले की भूमिका में थी। आज अंतिम व्यक्ति तक विकास की योजना पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मंत्री अधिकारी, एमपी, विधायक सभी ने जनता की समस्याओं को सुना। 30-35 लाख लोगों की समस्याएं आई, तत्काल 20-25 लाख लोगों की समस्याओं का निष्पादन किया गया। पूर्व की सरकार ने कार्यपालिका को निठल्ला बना दिया था। अब वही कार्यपालिका काम कर रही है।

गठबंधन सरकार चलाने में नहीं है कोई दिक्कत

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व में झामुमो, कांग्रेस और राजद महागठबंधन की सरकार मजबूती के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार चलाने में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि कुछ बातें आती भी हैं तो सभी प्रमुख दलों के मुख्य नेताओं के साथ बैठकर समाधान निकाल लिया जाता है।

चांद पर पहुंच गयी है महंगाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीति के कारण महंगाई चांद पर पहुंच गयी है। उन्होंने कहा कि नमक, दाल, तेल, पेट्रोल डीजल सभी के भाव आसमान छू रहे हैं। केंद्र सरकार इसको कम करने के बजाय कुछ और कर रही है।

नए वर्ष में दिखेगी एक अच्छी स्वास्थ्य प्रणाली

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी सरकार के कोर सेक्टर में है। उन्होंने कहा कि नए वर्ष में राज्य की जनता को एक अच्छी स्वास्थ्य प्रणाली दिखेगी। स्वास्थ्य सेवा का भी खूबसूरत मॉडल तैयार होगा।