रायबरेली के प्राइमरी स्‍कूल में बच्‍चों ने सुनाया आंखों देखा हाल,महिला टीचरों ने एक दूसरे को जड़े थप्‍पड़

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रायबरेली। अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले गुरुजन ही मर्यादा को भूलते जा रहे हैं। शनिवार को एक प्राथमिक विद्यालय में दो महिला शिक्षकों के बीच पहले जमकर गालीगलौज और फिर मारपीट शुरू हो गई। यहां तक कि मामला सुलझाने के लिए ग्रामीणों को हस्‍तक्षेप करना पड़ गया। पूरे मामले की पुलिस ने पहुंचकर पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं बीएसए ने भी विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं स्‍कूल के बच्‍चों ने पूरी मारपीट का सूरते हाल भी बयां किया। 

मामला हरचंदपुर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय फरीदपुर का है। करीब एक साल पहले शासनादेश के बाद एक ही परिसर में स्थापित प्राथमिक विद्यालय प्रथम और द्वितीय को कंपोजिट विद्यालय कर दिया गया था। साथ ही प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी सुमन जैन को दे दी गई। प्रधानाध्यापक रहीं सरला त्रिपाठी सहायक अध्यापक पद कार्य करने लगी। शनिवार को सुबह इंचार्ज प्रधानाध्यापिका सुमन जैन का सरला त्रिपाठी के बीच उपस्थिति पंजिका के समस्त पेज पर नंबरिंग करने को लेकर विवाद होने लगा।

सरला के पेज पर नंबर डालने का इंचार्ज प्रधानाध्यापिक विरोध करने लगी। मामला इतना तूल पकड़ गया कि दोनों में पहले गाली गलौज और फिर मारपीट होने लगी। दोनों शिक्षिकाओं एक दूसरे को थप्‍पड़ जड़ने लगीं। कक्षा के अंदर मारपीट देख बच्चे भी सहम गए। दोनों को आपस में मारपीट करता देख अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किसी तरह बीच बचाव किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्‍कूल में ग्रामीण भी पहुंच गए। 

मौके पर पहुंची डायल 112 

शिक्षका सुमन जैन की शिकायत पर डायल 112 पहुंची गई। दोनों शिक्षिकाओं को समझाकर बुझाकर मामला शांत कराया गया। उधर, इंचार्ज प्रधानाध्यापिका ने थाने शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। वहीं बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। कहा कि जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी आरके कश्यप ने बताया कि इंचार्ज प्रधानाध्यापक सुमन जैन व सरला त्रिपाठी के अलावा शिक्षिका शिप्रा, विमल, सोनम शर्मा, अर्चना, रमेश से अलग-अलग लिखित बयान ले लिया गया है।