आठ जिलों में होगी में विशेष कार्यशाला, एसिड अटैक के मामलों को लेकर राज्य महिला आयोग गंभीर

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गरमपानी : राज्य महिला आयोग अब एसिड अटैक के मामलों को लेकर प्रदेश के आठ जनपदों में विशेष कार्यशाला करेगा। बकायदा इसके लिए शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। कार्यशाला में बढ़ रहे मामलों को रोकने, एसिड पीड़ितो की जिंदगी को संवारने तथा समाज को जागरुक करने का कार्य किया जाएगा।

राज्य महिला आयोग एसिड अटैक के मामले में गंभीर हो गया है। प्रदेश में एसिड अटैक से पीड़ितो की जिंदगी को संवारने, आगे बढ़ाने तथा उभारने के लिए अब राज्य महिला आयोग प्रदेश के आठ जनपदों में विशेष कार्यशाला लगाएगा। कार्यशाला में पुलिस विभाग के साथ ही कई अन्य विभागों के अधिकारी साथ होंगे। देहरादून, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत आदि जनपदों से शुरुआत करने के बाद शेष बचे अन्य जनपदों में भी कार्यशाला लगेगी। 

कार्यशाला का मकसद एसिड अटैक के मामलों को लेकर लोगों को जागरुक करने, एसिड अटैक के मामलों को रोकने तथा पीड़ितों की जिंदगी को आगे बढ़ाने तथा उन्हें घटना से उभरने के लिए मजबूती प्रदान करना है। इसके लिए राज्य महिला आयोग ने सरकार को प्रस्ताव भी भेज दिया है। जल्द ही जनपदवार कार्यशाला शुरू होंगी। एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार संबंधी जानकारियां भी दी जाएंगी। कार्यशाला का आयोजन जिला मुख्यालय में होगा।

राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने बताया कि आठ जनपदों से कार्यशाला की शुरुआत करेंगे। शेष बचे पांच जनपदों में भी कार्यशाला लगाई जाएगी। सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। एसिड अटैक के मामले रोकने, पीड़ितों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 

कष्टकारी जिंदगी को हराने वाले भी होंगे विशेषज्ञ

कार्यशाला में पुलिस, महिला व बाल विकास विभाग के साथ ही कई अन्य विभागों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। एसिड अटैक से पीड़ित वे लोग जो  एसिड पीड़ित होने के बावजूद संघर्ष कर बेहतर मुकाम हासिल किया है उनको भी राज्य महिला आयोग विशेषज्ञ के तौर पर कार्यशाला में आमंत्रित करेगा। एसिड अटैक से पीड़ित कार्यशाला में बताएंगे कि कैसे उन्होंने संघर्ष कर मुकाम हासिल किया। कष्टकारी जिंदगी के बावजूद घटना से उभरने की जानकारी भी कार्यशाला में बताई जाएगी।