किसान आंदोलन के 22वें दिन यूपी गेट पर जुटे खापों के हजारों किसान

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गाजियाबाद। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन का गुरूवार को 22वां दिन है। इसके बावजूद उनका हौसला नहीं टूटा है। किसानों का कहना है कि चाहे ठंड पड़े या बारिश जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी हम वापस नहीं जाएंगे। वहीं कल किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली, जिसके बाद किसान कह रहे हैं कि अब तो वह बिना अपनी मांगें पूरी किए वापस नहीं जाएंगे।

सरकारों की साजिश 40 प्रतिशत किसानों को खेती से निकालने की है। फाइल पर नाम किसान का और अंदर पर्ची व्यापारियों की हो, यह बर्दाश्त नहीं होगा। आज भी शाहजहांपुर की तहसील में किसान 200 ट्रैक्टर धान के लेकर खड़ा है वह सोच रहा है कि अपनी धान, फसल को कहां बेचे। किसानों के धान की खरीद 800 रुपये में हो रही है। व्यापारियों को इसमें मुनाफा हो रहा है। इस भ्रष्टाचार के खिलाफ भी आंदोलन हो रहा है। 40 प्रतिशत किसानों के खेत छीनकर उन्हें मजदूर बनाएंगे फिर कौन-सी फैक्टरी में लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अब गांवों में 600 पंचायत करने जा रही है। मगर प्रदेश का किसान यहां बॉर्डर पर बैठा है।

कृषि कानून से सभी वर्ग के लोग प्रभावित होंगे। किसानों ने गुरुवार को भी गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले एनएच-9 पर धरना दिया। इस दौरान कई किसान संगठनों के नेताओं ने वहां जुटे किसानों को संबोधित किया। इस दौरान बाबा रामसिंह को श्रद्धांजलि दी गई। बाबा रामसिंह ने कल खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। किसानों ने दो मिनट का मौन धारण कर बाबा रामसिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। एनएच-9 पर वाहे गुरु का पाठ किया गया। सभी किसान नेताओं ने बाबा रामसिंह को शहीद बताकर आंदोलन के दौरान उनके द्वारा किये गये कार्यों को याद किया। बाबा रामसिंह ने गुरुवार को सिंघू बॉर्डर पर किसानों की सेवा करने के बाद खुद को गोली मारकर हत्या कर ली थी। वहीं किसानों के आंदोलन को समर्थन करने के लिए आज बड़ी संख्या में पश्चिमी उप्र के कई जिलों से खापों के हजारों किसान यूपी गेट पर जुटे।

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के आह्वïान पर मुजफ्फरनगर जिले से हजारों की संख्या में खाप के किसानों ने यूपी गेट पर महापंचायत की। महापंचायत में एक स्वर से किसान आंदोलन का समर्थन करने का ऐलान किया गया। खापों की पंचायत में जुटने वाली किसानों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा इंतजाम आज कड़े कर दिये गये थे। मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार ने एनएच-9 पर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिये। आईजी ने पुलिसकर्मियों को धरना स्थल पर आने वाले सभी लोगों पर कड़ी नजर रखने की भी हिदायत दी। इस बीच यूपी गेट के किसानों ने सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत के लिए होने वाली कमेटी में राकेश टिकैत का नाम सुझाया है। यूपी गेट पर डटे किसानों के बीच इस विषय पर चर्चा की गई। किसानों ने सर्वसम्मति से कमेटी के लिए भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत का नाम सुझाया है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद किसान आंदोलन से जुड़े आठ संगठनों को याचिका में पार्टी बनाया गया है। इन संगठनों में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट, भाकियू सिधुपुर, भाकियू राजेवाल, भाकियू दकौंडा, बीकेयू लाखवाल, जम्हूरी किसान सभा, बीकेयू दोआबा और कुलहिंद किसान फेडरेशन शामिल हैं। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के नेतृत्व में 40 गाडिय़ों में भरकर मुजफ्फरनगर से किसान यूपी गेट पहुंचे। इस महापंचायत में मुजफ्फरनगर के करीब एक दर्जन से ज्यादा खापों से जुड़े किसान शामिल हुए।