किसानों की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है कांग्रेस -अजय कुमार लल्लू

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गाजियाबाद। यूपी गेट पर किसानों के धरने में लगातार राजनीतिक दलों के लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भाई किसानों के समर्थन में यूपी गेट पहुंचे और उन्होंने बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर केंद्र सरकार की सद्बुद्धि की प्रार्थना भी की। इस मौके पर उन्होंने जोरदार तरीके से किसानों की आवाज उठाने की बात कही और और कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के हितों की रक्षा कहती है।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यह धरना विशुद्ध रूप से किसानों का है। इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए लेकिन अगर अन्नदाता कड़ाके की सर्दी में सड़क पर बैठा है तो देश के हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अन्नदाता को समर्थन दें।

उन्होंने कहा कि वे देश के अन्नदाता को प्रणाम करने आए हैं और निश्चित रूप से किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। मोदी सरकार को तत्काल प्रभाव से तीनों काले कानून रद्द करने चाहिए। उन्होंने कहा यह किसानों की लड़ाई है, किसानों के साथ हम खड़े हैं और किसानों की मांगे जायज है। जिसे तत्काल प्रभाव से पूरा करना चाहिए। कांग्रेसी राजनीति सिर्फ इसलिए करती है कि आम आदमी के मुद्दों को उठाया जा सके। उनकी लड़ाई को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पहले दिन से ही किसानों के समर्थन में कांग्रेस लगातार आवाज उठाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली निकाली,पैदल रैली निकाली, प्रेस कॉन्फ्रेंस की और शुरू से ही कांग्रेस ने किसानों को भरपूर समर्थन दिया है।

उन्होंने कहा कि इस काले कानून का विरोध कांग्रेस में सड़क से लेकर संसद तक किया है। उन्होंने कहा कि जनता सरकार चुनती है ताकि जनहित के फैसले लिए जाएं लेकिन अगर कोई सरकार जनता द्वारा चुने के बाद जनविरोधी फैसले करती है तो उस सरकार को बने रहने का कोई हक नहीं है।

निश्चित रूप से कांग्रेसी किसानों के साथ खड़ी है और किसानों के आंदोलन को जनहित का आंदोलन मानते हुए अपनी पूरी शक्ति लगा रही है। किसी भी तरह से किसानों को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। अन्नदाता खुली सड़कों पर ठंड के बीच अपनी जायज मांगों के लिए लड़ रहा है। ऐसे में मोदी सरकार उन पर कभी लाठीचार्ज करती है तो कभी पानी की बौछार से उनके हौसले तोड़ने का प्रयास करती है लेकिन अन्नदाता है जिसके हौसले से नहीं टूटेंगे किसानों की मांग सरकार को माननी ही होगी।