Ghaziabad : SSP के ऑपरेशन खुशी अभियान में मसूरी पुलिस ने लगाए चार चांद

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– नाबालिक बच्चे को किया बरामद, परिजनों ने पुलिस का जताया आभार

Ghaziabad/मसूरी :- थाना क्षेत्र के कस्बा मसूरी से 22 जून को रहस्यमय तरीके से लापता हुए 14 वर्षीय किशोर को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए खुर्जा से बरामद कर लिया। अपने बीच दिल के लाडले को पाकर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों के साथ-साथ कस्बा वासियों ने पुलिस की दिल खोलकर सराहना की और आभार व्यक्त किया। 

जानकारी के अनुसार बता दें कि मसूरी थाना क्षेत्र के रहने वाला 14 वर्षीय रहमान पुत्र इकराम अपने घर से रहस्यमय तरीके से 22 जून को लापता हो गया था। इस मामले की शिकायत परिजनों द्वारा जब काफी तलाश करने पर भी बच्चा नहीं मिला तो 7 जुलाई को थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराते हुए अनहोनी की आशंका भी जताई गई थी । पुलिस के अथक प्रयासों के चलते चौकी इंचार्ज कस्बा नरेश सिंह द्वारा मासूम बच्चे की फोटो सोशल मीडिया में व अन्य थाना क्षेत्रों में भेजकर बच्चे की काफी तलाश कराई गई। आखिर पुलिस को सफलता मिली। जब पुलिस को पता चला कि बच्चा खुर्जा में देखा गया है। कस्बा चौकी इंचार्ज नरेश सिंह खुर्जा पहुंचे और बच्चे की फोटो दिखाकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।

लिहाजा मसूरी पुलिस ने एसएसपी कलानिधि नैथानी के ऑपरेशन खुशी के तहत एसपी देहात नीरज कुमार जादौन के नेतृत्व में बच्चे को बरामद कर परिजनों को खुश होने का मौका दे दिया। परिजनों द्वारा इस मामले में पुलिस की जमकर सराहना करते हुए कहा कि पूरा परिवार पुलिस के इस कार्य से तहे दिल से शुक्रगुजार है कि उन्होंने उनके दिल के टुकड़े को मिलाकर एक सराहनीय और मानवता का परिचय देते हुए शानदार कार्य किया है। पूरा कस्बा पुलिस के इस कार्य की दिल खोलकर सराहना कर रहा है।

एसएचओ उमेश पवार ने जानकारी देते हुए बताया कि अल्लो पत्नी इकराम निवासी मसूरी द्वारा एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें आरोप था कि उनका 14 वर्षीय बेटा रहमान घर से 22 जून को रहस्यमय तरीके से लापता हो गया । जिसकी काफी तलाश की गई पर बच्चा नहीं मिल पाया थक हार कर अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस द्वारा इस मामले की तहरीर थाने में दी गई। नाबालिक बच्चा होते हुए अपहरण का मुकदमा दर्ज कर इस पूरे मामले की तहकीकात की जा रही थी । चौकी इंचार्ज मसूरी नरेश सिंह द्वारा कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद बच्चे को खुर्जा से बरामद कर लिया गया है। परिजनों की सुपुर्दगी में बच्चे को देकर अभी बच्चा बोलने की स्थिति में नहीं है। बच्चे की स्थिति ठीक होने पर उससे पूछताछ की जाएगी।