नई दिल्ली :- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वैंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी लोगों, विशेष रूप से केरलवासियों को ओणम की शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ओणम बड़ी तेजी से एक अंतररारष्ट्रीय पर्व बनता जा रहा है। केरल में यह त्योहार फसल कटाई के अवसर पर मनाया जाता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ओणम के पावन पर्व पर सभी को बधाई। ओणम का त्योहार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। साथ ही, यह नई फसल के आगमन पर प्रकृति के प्रति कृतज्ञता भाव दर्शाने का अवसर भी है। इस मौके पर हम जरूरतमंद लोगों की सहायता करें व कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा, ओणम की हार्दिक शुभकामनाएं! राजा महाबली देशवासियों के जीवन में स्वास्थ्य और खुशहाली का आशीर्वाद दें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ओणम पर बधाई। यह एक अनूठा त्योहार है, जो सद्भाव का जश्न मनाता है। यह हमारे मेहनती किसानों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अवसर है। सभी को आनंद और उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिले।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर अपने ‘मन की बात, कार्यक्रम में ओणम से संबंधित चर्चा का लगभग एक मिनट का वीडियो भी साझा किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘ओणम’ पर्व की चर्चा करते हुए कहा कि यह पर्व ‘चिनगम’ महीने में आता है। इस दौरान लोग कुछ नया खरीदते हैं, अपने घरों को सजाते हैं, पूक्क्लम बनाते हैं, ओणम-सादिया का आनंद लेते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ओणम’ बड़ी तेजी से एक अंतरराष्ट्रीय पर्व बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘ओणम’ की धूम तो आज दूर-सुदूर विदेशों तक पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि ओणम कृषि से जुड़ा हुआ पर्व है और यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी एक नई शुरुआत का समय होता है। उन्होंने यह बात रेखांकित की कि किसानों की शक्ति से ही तो हमारा समाज चलता है। वेदों में हमारे ‘अन्नदाता’ की गौरवशाली प्रशंसा को स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां तक कि कोरोना की इन कठिन परिस्थितियों में भी हमारे किसानों ने अपनी ताकत को साबित किया है जो फसलों की बुवाई में हुई उल्लेखनीय वृद्धि में परिलक्षित होती है। उन्होंने ‘अन्नदाता’ की जीवनदायिनी शक्ति को नमन किया।