गाजियाबाद। सिहानी गेट कोतवाली क्षेत्र से 26 जून को अपह्रत हुए बिल्डर विक्रम त्यागी की बरामदगी की मांग को लेकर संघर्षरत विक्रम त्यागी न्याय मंच से जुड़े लोगों के अलावा विभिन्न संगठनों ने पुलिस प्रशासन को 4 अगस्त तक का समय दिया था और 5 अगस्त को एसएसपी कार्यालय पर तालाबंदी के साथ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। मगर 5 अगस्त को अयोध्या में हुए श्रीराम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर प्रदर्शन टाल दिया था और 6 अगस्त यानी आज गुरुवार को प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।
जिसको लेकर मामले से जुड़े लोग राजनगर एक्सटेंशन मे केडीबी अवाना सोसाइटी के निकट एकत्र हुए। इसका पता पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को चला तो उनके होश उड़ गए।जिस पर एसपी सिटी डॉ मनीष कुमार मिश्र तत्काल मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वासन दिया कि विक्रम त्यागी प्रकरण का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। कहा गया कि पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। जिन्हें जनता के सामने सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। विक्रम त्यागी के परिजनों को मिले सुराग के बारे में अवगत कराया जाएगा। जिसके बाद एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करने का मामला टाल दिया गया।
बता दें कि राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रेड सवाना सोसाइटी में रहने वाले बिल्डर विक्रम त्यागी 26 जून को पटेल नगर स्थित अपने ऑफिस से घर के लिए चले थे। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं है। उनकी कार मुजफ्फरनगर में मिली थी। जिसमें खून के निशान भी पाए गए थे। इसके बाद विक्रम त्यागी की बरामदगी की मांग को लेकर विभिन्न संगठन, वकील और समाज के लोग लगातार संघर्ष करते हुए आ रहे हैं। विक्रम त्यागी की कार में खून के निशान मिले थे। जिसको पुलिस ने लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवाया था। जिसकी 16 जुलाई को डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आ गई थी। जिसके आधार पर कार में मिला ब्लड विक्रम त्यागी के माता-पिता के ब्लड से मैच करता है।
मामले में नया मोड़ आने के बाद पुलिस नए सिरे से जांच में जुट गई है। एसटीएफ के साथ दर्जनभर से अधिक पुलिस टीमें विक्रम त्यागी की तलाश में लगी हुई हैं। इस मामले में पुलिस ने 15 जुलाई को विक्रम त्यागी के नाम के पोस्टर भी जगह-जगह चस्पा किए थे। जिस पर लिखा था कि विक्रम त्यागी के बारे में जानकारी देने वाले को 50 हजार का इनाम दिया जाएगा। विक्रम त्यागी की बरामदगी को लेकर राजनगर एक्सटेंशन में क्रमिक अनशन भी चला था। जिसे विभिन्न संगठनों के अलावा सभी पार्टियों और हर समाज के लोगों का समर्थन मिला था।