- डिजिटल बिजनेस लर्निंग कोर्स ऑफर करने वाले येजुटेक प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता में कोविड 19 संकट के बाद काफी उछाल देखा गया।
- प्लेटफार्म ने माइक्रो-एंट्रेप्रेन्योरशिप को छोटे शहरों में क्रिएट और प्रमोट करने के लिए 100,000 रुपए इन्वेस्ट किया।
- इस साल पूरे देश में 75 नए ब्रांच ऑफिस और 50 एक्सपीरियंस सेंटर खोलने की योजना
- स्टार्टअप की नज़र नेपाल और बांग्लादेश में भी ऑफिस खोलने की है।
- बड़ा बिजनेस पहली एशियन कंपनी है जो ऑनलाइन रिकार्ड्स के लिए 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी है।
29th जुलाई 2020, नई दिल्ली: आर्थिक मंदी के बाद सभी इंडस्ट्री की कंपनियों को अपनी कॉस्ट और ग्रोथ के लक्ष्य में कटौती करनी पड़ी। इन सबके बावजूद भारतीय एजुटेक स्टार्टअप ‘[बड़ा बिजनेस’ की नज़र इस साल 200% से अधिक रेवेन्यू ग्रोथ रेट पर है। इस साल कंपनी द्वारा कई बड़े प्लान का विस्तार किया जायेगा। इसके तहत 75 नए ब्रांच ऑफिस टायर II और टायर III शहरों में खोले जाएंगे, 100 नए कोर्स और 500 नयी हायरिंग की जायेगी।
2019 में स्थापित बड़ा बिजनेस एक एजुटेक प्लेटफार्म है जो डिजिटल बिजनेस लर्निंग कोर्स की सीरीज प्रोवाइड करता है ये कोर्स 2 महीने से 2 साल तक के लिए होते हैं। इस प्लेटफार्म को ‘हॉवर्ड ऑफ़ इंडिया’ कहा जाता है इसने उन लोगों के लिए एक अल्टरनेटिव बिजनेस एजुकेशन प्रोग्राम क्रिएट करने की मांग की जो फॉर्मल मैनेजमेंट एजुकेशन प्राप्त करने में असमर्थ हैं। यह अपेक्षित बिजनेस स्किल्स और जानकारी छोटे और मध्यम एंटरप्राइजेज को उनके बिजनेस को दुबारा से खड़ा करने के लिए प्रदान करता है।
बड़ा बिजनेस की लोकप्रियता में उछाल तब आया जब कोविड 19 संकट के बाद एंट्रेप्रेन्योर्स अपने बिजनेस को प्रॉफिटेबल बनाये रखने के लिए ऑनलाइन स्ट्रेजिक स्किल सीखने के लिए कोर्स को ढूढ़ रहे थे। कंपनी को इस साल 200 करोड़ रुपए की रेवेन्यू होने की उम्मीद है। पिछले साल कंपनी को 60 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू हुआ था। इस साल का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 300% ज्यादा होने की उम्मीद है।
कंपनी का अब लक्ष्य है अगली दो तिमाही में विशेष रूप से छोटे शहरों में एक प्रमुख विस्तार अभियान शुरू करना है। कंपनी की नेपाल और बांग्लादेश में ब्रांच ऑफिस खोलने की योजना है। विशेष रूप से भारत के अलावा बड़ा बिजनेस का नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान में अच्छी खासी फॉलोविंग हैं।
बड़ा बिजनेस के संस्थापक और सीईओ डॉ विवेक बिंद्रा ने कहा, “हमारे पास इस साल के लिए प्रमुख विकास योजनाएं हैं। अगली दो तिमाहियों में हम अपने ब्रांच ऑफिसों की संख्या दोगुना करने का लक्ष्य रख रहे हैं। वर्तमान में हमारे पास 75 ब्रांच ऑफिस हैं इसे 150 तक बढ़ाना है। ये ब्रांच ऑफिसेस ज्यादातर टायर II और टायर III शहरों में खोले जाएंगे जहां छोटे और मध्यम स्तर के व्यापारों का एक बड़ा हिस्सा होता है। इसके साथ ही हम 50 एक्सपीरियंस सेंटर भी इस अपने एजुकेशनल प्रोडक्ट को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लक्ष्य से खोल रहे हैं। हम इस साल लगभग 100 नए कोर्स को शुरू करने और 500 नई हायरिंग करने के लिए भी काम कर रहे हैं। हमें नेपाल और बांग्लादेश से बहुत सारे सवाल आते रहते हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय विस्तार भी हमारा एजेंडा है।
देश भर में कोविड 19 संकट के प्रभाव के साथ हमने अपना फोकस एमएसएमईs को पुनर्जीवित और मजबूत करने पर शिफ्ट कर दिया है। हम एमएसएमईs को फिर से उभरने और उबारने में मदद करने के लिए प्रोग्राम और वीडियो लेषन को तैयार करने पर फोकस कर रहे हैं। रिस्पॉन्स बहुत ही बढ़िया रहा है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हमने ऑनलाइन बिजनेस लेशन के लिए तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स®️ बनाये हुए हैं.”
बड़ा बिजनेस दुनिया का सबसे किफायती मैनेजमेंट एजुकेशन प्रोग्राम प्रदान करता है और इसके 100,000 से थोड़े कम पेड(भुगतान किए गए) यूजर्स हैं। बड़ा बिजनेस इसके लिए फंड जुटाने का भी जरिया ढूढ़ रहा है ताकि इस साल यह अपनी विस्तार योजनाओं को सुचारू रूप से कर सके। बड़ा बिजनेस 30% महीने दर महीने इस साल ग्रो कर रहा है।
डॉ बिंद्रा एक विश्वसनीय बिजनेस सलाहकार हैं। इन्होने अबतक कई कारपोरेट हाउसेस को अपनी सर्विस दे चुके हैं। इन्होने आगे कहा, ” हमारे पास अभी तक कोई बाहर का इन्वेस्टर नहीं हैं। हमारे बिजनेस को बूटस्ट्रैप किया गया था। इसके शुरुआत के पहले दिन से ही हमारे लिए कैश रिच(अमीर) और लाभदायक होना बहुत महत्वपूर्ण था। हालांकि एक साल के अंदर बिजनेस की सफलता प्राप्त करने के साथ अब हम अगले फेज के अपने ग्रोथ फंड के लिए फंड इकठ्ठा करने की कोशिश करेंगे।”
बड़ा बिजनेस 100,000 रुपये को इन्वेस्ट करके एक माइक्रो एंट्रेप्रेन्योरशिप प्रोग्राम को भी प्रमोट कर रहा है .हालांकि यह इसका अपना इंडिपेंडेंट बिजनेस कंसल्टेंट मॉडल है जिसके तहत यह एंट्रेप्रेन्योर्स को इसका बिजनेस पार्टनर बनने के लिए सपोर्ट, ट्रेंड और मेंटर करता है। ये माइक्रो-एंट्रेप्रेन्योर्स महीने के 1-5 लाख रुपये के बीच कुछ भी कमा सकते हैं। 2000 आईबीसी पहले से ही एक पायलट प्रोग्राम के तहत स्थापित किये गए है और कंपनी अब इस नंबर को इस साल के अंत तक 25,000 IBC तक पहुँचाने का लक्ष्य रख रही है। माइक्रो एंट्रेप्रेन्योरशिप को प्रमोट करना बहुत ही क्रिटिकल होता है विशेष रूप से ऐसे समय में जब भारतीय अर्थव्यवस्था एक बड़ी मंदी और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी का सामना करने जा रही है।
बड़ा बिजनेस पॉजिटिविटी, आशा, विश्वास और मदद का एनवायरमेंट बनाने के लिए और इस मुश्किल समय में एंट्रेप्रेन्योर्स को आर्थिक रूप से संसाधनों और कौशल से ऑप्टिमाइज़ करने के लिए काम कर रहा है। हाल ही में ‘इंडिया रिवाइवल मिशन’ के तहत स्टार्टअप ने लगभग 10 मिलियन एंट्रेप्रेन्योर्स और छात्रों और 50 मिलियन लोगों को ट्रेंड किया। इस प्रोग्राम ने सबसे बड़े ऑनलाइन बिजनेस लेशन्स के लिए 3 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स®️ भी बनाया।
100 नए कोर्सेज में ’ कैसे बेचें’, ’कैसे फंड इकठ्ठा करें’, ‘कैसे एक स्टार्टअप शुरू करें’,’इन्वेस्टर, कस्टमर्स और एम्प्लोयी के लिए स्मार्ट प्रजेंटेशन’, ‘जीरो डॉलरमार्केटिंग’,’बिजनेस के लिए एक्सेल में एमआईएस’,’ बिजनेस के लिए एचआर ‘और’ बिजनेस के लिए सीआरएम’ जैसे कुछ लेशन्स होंगे।