नई दिल्ली :- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच एक ऑडियो क्लिप को लेकर उठे विवाद की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। पार्टी ने कांग्रेस नेताओं से सवाल किया कि क्या सभी के फोन टेप हो रहे हैं और क्या इसके लिए मानक प्रक्रिया का पालन किया गया है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री बनने को लेकर खींचतान थी और कांग्रेस की यह अंदरूनी लड़ाई सड़क तक आ गई है। पात्रा ने कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान के नेताओं से कुछ सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा ‘क्या फोन टेपिंग किया गया? क्या आधिकारिक रूप से फोन टेपिंग किया गया?’
पात्रा ने सवाल किया ‘क्या एसओपी फॉलो हुआ, फोन टेपिंग इत्यादि किया गया? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है?’ उन्होंने कहा कि इन सब बिंदुओं को लेकर सीबीआई द्वारा तत्कालीन जांच हो।
पात्रा ने कहा कि राजस्थान की सरकार 2018 में बनी, अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनें, उसके बाद एक कोल्ड वॉर की स्थिति कांग्रेस पार्टी की सरकार में बनी रही। बाईट कल अशोक गहलोत ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा है कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में वार्तालाप नहीं हो रही थी। भाजपा नेता ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का राजनीतिक ड्रामा हम देख रहे हैं। ये षड़यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, उसका मिश्रण है।
पात्रा ने कहा कि ऑडियो टेप को लेकर जो प्राथमिकी दर्ज की गई है उसमें तथाकथित शब्द का इस्तेमाल किया गया है। जबकि कांग्रेस नेता बोल रहे हैं कि यह असली है। यदि यह वास्तविक हैं तो बताइये क्या सभी लोगों के फोन टेप किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की जाए तो सच उजागर हो जाएगा।