गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर दलाली का एक रैकेट सामने आया है। जहां तथाकथित दलाल अपनी पहुंच सीधा मुख्यमंत्री तक बता रहा है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक ऑडियो रिकॉर्डिंग लीक हो गई। जिसमें फोन पर दलाल और एक आईएएस के रिश्तेदार के बीच खुलकर ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर पैसों के लेन-देन की बात हो रही थी। एक ओर जहां प्रदेश भर में कोविड-19 का कहर जारी है वहीं कुछ दलाल सत्ता के गलियारों में अपनी मजबूत पकड़ बताते हुए भोले भाले इंसानो से नहीं बल्कि आईएएस और आईपीएस जैसे मजबूत अधिकारियों से भी ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर एक मोटी रकम हड़प लेते हैं।
इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण साहनी ने बताया कि जब उनके हाथ दलाल और आईएएस अधिकारी के रिश्तेदार के बीच हो रही फोन पर वार्ता का ऑडियो लगा। तब वे इसे सुनकर दंग रह गए क्योंकि जिस तरह से दलाल आईएएस अधिकारी के रिश्तेदार को कन्वेंस कर रहा था उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सत्ता के गलियारों का वह दलाल बेहद प्रोफेशनल है और उसके लिए यह कोई नया काम नहीं है। जिसके बाद उन्होंने इस फोन कन्वर्सेशन को खुलासे के रूप में जनता के सामने लाने का निर्णय लिया हालांकि सत्ता में ऊंची पहुंच रखने वाले लोगों को यह खबर बिल्कुल पसंद आने वाली नहीं है लेकिन एक जिम्मेदार पत्रकार होने के नाते उनका कर्तव्य है कि समाज में हो रहे सभी गलत कामों पर से पर्दा जल्द से जल्द उठाया जाए। ऐसे में इस ऑडियो को लेकर एक विस्तृत खबर उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल राजनीति पर चलाई। दलाल का नाम पीयूष अग्रवाल बताया जा रहा है जोकि बेहद कॉन्फिडेंस के साथ ऑडियो में कह रहा है कि उसने मुख्यमंत्री से बात की है कुछ दिन में उसका काम हो जाएगा हालांकि आईएएस का रिश्तेदार दलाल की बात पर बहुत अधिक भरोसा करता हुआ नजर नहीं आ रहा है लेकिन दलाल पीयूष अग्रवाल लगातार प्रयास कर रहा है कि इसी तरह आईएएस के रिश्तेदार को फोन पर संतुष्ट कर सके।
गौरतलब है कि वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण साहनी अपने एक शो द वांटेड में इसके पहले अपराधियो की पोल खोल कर रख दी थी। जिसके बाद जिन अपराधियो की खबर दिखाई गई थी उनको सलाखों के पीछे पुलिस ने पहुचाने का काम किया था। यही नही अपने दूसरे शो “राजनीति” में अच्छे अच्छे नेताओ के कारनामो को उजागर कर जनता के सामने रखने का काम किया। प्रवीण साहनी सैकड़ो पत्रकारो के रोल मॉडल भी है ।