लखनऊ :- उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण साहनी के YOUTUBE चैनल “THE RAJNEETI” की खबर के चलते यूपी STF ने एक ठग जो सालों से ठगी कर रहा उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
एसटीएफ ने एक ऐसे हाईप्रोफाइल ठग को गिरफ्तार किया है जो कि अपनी पहुंच सीधे मुख्यमंत्री तक बताता था। दरअसल ठग आईएएस और आईपीएस के सीनियर अधिकारियों के तबादले की गारंटी लेता था और मोटी रकम ठग लेता था। लेकिन अब इसे उस ठग के पाप के घड़े का भरना कहें या फिर देश के तेजतर्रार पत्रकार प्रवीण साहनी का जलवा। दरअसल हाई प्रोफाइल ठग का एक ऑडियो वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण साहनी हाथ लग गया। जिसके बाद उन्होंने इस सनसनीखेज खबर को अपने पोर्टल रा-राजनीति पोर्टल पर इसे प्रमुखता से ऐसा चलाया की खबर की गूंज सीधे सत्ता के गलियारों तक जा पहुंची। आनन-फानन में ही एसटीएफ ने मामले की गहनता से जांच की और मात्र कुछ दिन के अंदर ही हाई प्रोफाइल ठग को गिरफ्तार कर लिया।
पत्रकार प्रवीन साहनी के YOUTUBE चैनल “THE RAJNEETI” में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े की खबर चलने के बाद उप्र शासन ने इसकी जांच यूपी STF को सौंपी, जिसके बाद यूपी STF महानिदेशक अमिताभ यश ने एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में इस दलाल पीयूष अग्रवाल की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की थी।
दिनांक 21.05.2020 को एसटीएफ ने इस मामले में अधिकारियों के ट्रान्सफर/पोस्टिंग के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला शातिर ठग पीयूष अग्रवाल (उम्र करीब 30 वर्ष पुत्र स्व0 राज कुमार अग्रवाल निवासी आई-703 के0डब्लू श्रृष्टि अपार्टमेंट,राजनगर एक्सटेंशन गाजियाबाद) को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
यूपी STF टीम के समक्ष आरोपित पीयूष अग्रवाल कथित दलाल/ठग ने पूछताछ पर बताया कि वह एक सामाजिक कार्यकर्ता एवं डी0डी0 न्यूज का पत्रकार है। वायरल हुई आडियो क्लिप के बारे में स्वीकारोक्ति करते हुये बताया कि इस क्लिप में उसके व कमलेश के मध्य हुई वार्ता है। उसके सोसायटी में रहने वाले गौरीकान्त दीक्षित से उसका पारिवारिक सम्पर्क है, जो धोखाधड़ी के कार्यो में लिप्त रहते हैं। गौरीकान्त दीक्षित ने कई धोखाधड़ी के कार्य किये हैं तथा जेल भी गये हैं। गौरीकान्त दीक्षित ने उससे एक आई0ए0एस0 को उपाध्यक्ष, कानपुर नगर विकास प्राधिकरण के पद पर नियुक्ति कराने के लिये कहा था, तब उसने गौरीकान्त दीक्षित से कहा कि इस कार्य हेतु सवा करोड़ रूपये खर्च होगा।
इसी सिलसिले में वह गौरीकान्त दीक्षित के साथ एवं अकेले लखनऊ कई बार आया था। गौरीकान्त ने ही कमलेश से मेरी मुलाकात लखनऊ में कराई थी। कमलेश एवं उक्त आई0ए0एस0 के रिष्तेदार दोनों बिजनेस पार्टनर हैं। गौरीकान्त के ही कहने पर कमलेश दिनांक-02.03.2020 को फोन पर बात करके मुझसे मिले और राजधानी के एक होटल में आकर एक लिफाफे में एडवांस के पन्द्रह लाख रूपया दिया था, जिसमें से उसी समय दो लाख रूपया कमलेश को दे दिया था तथा दो लाख गौरीकान्त दीक्षित के बैंक खाते में जमा करवा दिया था।
शेष 11 लाख रूपये लेकर इटावा होते हुये दिल्ली चला गया था। ट्रान्सफर कराने हेतु हरसंभव प्रयास किया किन्तु लाकडाउन होने के कारण किसी से सम्पर्क नहीं हो सका, जिसके कारण काम नहीं होने पर कमलेश पैसा वापस मांगने लगे। गौरीकान्त दीक्षित से बात हुई। उक्त पैसा गौरीकान्त दीक्षित के साथ मिलकर धोखाधड़ी से किसी को देने के नाम पर लिया था, और यह सोचा था कि अपने सम्पर्को के माध्यम से काम करवा दूंगा। इसी बीच गौरीकान्त को साउथ दिल्ली पुलिस ने किसी मामले में गिरफ्तार कर लिया, जिसमें वह जेल चला गया था, जिसकी जमानत कराने में करीब ढाई तीन लाख रूपये खर्च हो गया।
मकान का किराया, बिजली का बिल एवं बच्चों के फीस आदि बकाया थी, जिसका भुगतान इन्हीं रूपयों से कर दिया था तथा शेष बचे हुये रूपये लाकडाउन में इधर-उधर खर्च हो गये। काम न हो पाने के कारण कमलेश पैसा वापस करने हेतु दबाव बनाने लगे तथा आपसी विवाद हो गया। जांच के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त पीयूष का डीडी न्यूज का पत्रकार परिचय पत्र भी फर्जी पाया गया।
गिरफ्तार पीयूष अग्रवाल के विरूद्ध थाना विभूतिखण्ड गोमतीनगर लखनऊ में मु0अ0सं0-242/2020 धारा-420,467,468, 471,201,120बी भा0दं0वि0 व 66 आई0टी0 एक्ट पंजीकृत कराया गया। अग्रिम कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
बता दें इस खेल का खुलासा करने वाले पत्रकार प्रवीण साहनी पत्रकारिता के क्षेत्र में किसी पहचान के मोहताज नहीं है। अपनी 15 साल की पत्रकारिता में उन्होंने क्राइम से लेकर राजनीति दो अलग अलग विधाओं को अपनी धारदार सोच, ईमानदार मेहनत और जोरदार जिद्द से उलझी हुई गुत्थी को सुलझाई है। “THE WANTED” क्राइम शो के जरिए उन्होंने यूपी के शातिर, कुख्यात और इनामी अपराधियों को सलाखों के पीछे भिजवाने में पुलिस की बखूबी मदद की। तो देश से लेकर यूपी की सियासत की सूक्ष्मता से जनता को वाकिफ कराया।
ये पत्रकारिता के क्षेत्र में डेढ़ दशक से ज्यादा प्रवीण साहनी का अनुभव ही है, कि महज “THE RAJNEETI” जो डिजिटल माध्यम पर उपलब्ध है उसकी मदद से यूपी पुलिस ने IAS अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग का दवा करने वाले ठग पीयूष अग्रवाल को गिरफ्तार कामयाबी हासिल की।