नई दिल्ली :- रेलवे ने एक जून से चलाई जाने वाली 200 ट्रेनों की सूची बुधवार को जारी कर दी। साथ ही यात्रा के दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। ट्रेनों में एसी और नॉन एसी दोनों कोच होंगे। ट्रेन के टिकटों की बुकिंग आज से (21 मई) आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन शुरू होगी।
रेल मंत्रालय ने आज जो 200 रेल गाड़ियों की सूची जारी की है उनमें 5 जोड़ी दुरंतो, संपर्क क्रांति, 17 जोड़ी जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी 73 लोकप्रिय सुपर फास्ट ट्रेन शामिल हैं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि रेलवे द्वारा 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनों की शुरुआत की जायेगी, जो समय सारणी के अनुसार चलेंगी। यात्री इन ट्रेनों के लिये केवल ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे। इन सेवाओं के शुरु होने से नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी, तथा उन्हें अपने गंतव्य स्थानों तक पहुंचने में सुविधा होगी।
रेल मंत्रालय में सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेई ने बताया कि ये ट्रेनें पूरी तरह से आरक्षित होंगी जिनमें एसी, नॉन एसी दोनों तरह के कोच होंगे। सामान्य कोच में भी बैठने के लिए आरक्षित सीटें होंगी। ट्रेन के लिए कोई अनारक्षित टिकट जारी नहीं किया जाएगा। बैठने के लिए आवंटित सीटों के साथ जनरल कोच भी आरक्षित होंगे। सामान्य कोचों में सीट आरक्षित करने के लिए सेकेंड सीटिंग (2एस) का किराया लिया जाएगा। केवल ऑनलाइन टिकट बुक करने की अनुमति होगी।
एक जून से चलने वाली ट्रेनों के लिए अग्रिम आरक्षण की अवधि अधिकतम 30 दिन होगी। आरएसी और प्रतीक्षा सूची के टिकट उपलब्ध होंगे, लेकिन प्रतीक्षा सूची टिकट धारकों को एक जून से ट्रेनों में यात्रा की अनुमति नहीं होगी। वर्तमान आरक्षण ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से दो घण्टे पहले तक ऑनलाइन उपलब्ध होगा। कोई तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग नहीं होगी। फूड प्लाजा सहित स्टेशन के सभी स्टॉल खोले जाएंगे लेकिन केवल भोजन को लेकर जाने की अनुमति होगी।
यात्रियों के लिए फेस कवर व मास्क और आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य है। ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से 90 मिनट पहले यात्री को पहुंचना होगा। ऐसे यात्री जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं होंगे केवल उन्हें ही यात्रा की अनुमति होगी। सभी संक्रमित ओं को पूरा किराया वापस किया जाएगा। दिव्यांगजन की केवल 4 श्रेणियां और मरीजों की 11 श्रेणियों को छूट का लाभ मिलेगा। सामान्य धनवापसी नियम लागू होगा। पैंट्री कारों में भुगतान के लिए पैक्ड खाद्य पदार्थ और पानी उपलब्ध होगा। ट्रेनों में चादर, कंबल या पर्दे नहीं मिलेंगे।