विशाखापत्तनम :- आंध्र प्रदेश के औद्योगिक नगर विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव की खबर आ रही है। इससे अब तक तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। आशंका जताई गई है कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है। प्रभावित क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। लोगों को तेजी से इलाका छोड़ते हुए देखा गया है। प्रशासन मौके पर मौजूद है।
बताया जा रहा है कि यह रिसाव देर रात करीब 3 बजे हुआ, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लंबे लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलीमर्स में बुधवार से ही काम शुरू हुआ था। साउथ कोरिया की यह कंपनी विशाखापत्तनम के पास वेंकटापुरम में स्थित है। इसी गांव में गैस रिसाव का ज्यादा प्रभाव है। विशाखापत्तनम के जिलाधिकारी विनय चंद के अनुसार वे एनडीआरएफ की टीम के साथ राहत और बचाव कार्य में लगे हैं और स्थिति पर तेजी से नियंत्रण पाया जा रहा है। घरों का तलाशी अभियान चालू है ताकि कोई पीड़ित घर में छूट न जाए। गैस का रिसाव दो किलोमीटर के दायरे में हुआ है। करीब दो हजार लोगों के प्रभावित होने की आशंका है। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे सांस लेने की तकलीफ हो रही है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा परेशानी महसूस हुई। लोगों का स्वच्छ और ताजा हवा में लाने के बाद राहत मिल रही है।
सूत्रों के अनुसार जिले के सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। सभी बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं। अस्पतालों को ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है। प्रशासन का कहना है कि कोरोना (कोविड-19) के चलते प्रशासन और मेडिकल तंत्र पहले से ही अलर्ट पर था। इसलिए एम्बुलेंस को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया। सांस लेने में तकलीफ होने के बााद लोग खुद ही परिवार सहित सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे थे। अब लगभग पूरा इलाका खाली हो चुका है। एनडीआरएफ की टीम अब घर-घर तलाशी अभियान चला रही है ताकि कोई घरों में फंसा न रह गया हो। जिलाधिकारी विनय चंद ने लोगों ने धैर्य बनाए रखने को कहा है। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है।