मां ने दो साल की संक्रमित बेटी के साथ रहने की जिद
गाजियाबाद :- कोरोना संक्रमण पर एक मां की ममता भारी पड़ रही है। संक्रमण मुक्त हुई मां ने अब अपनी दो साल की कोरोना संक्रमित बेटी की देखभाल के लिए उसके साथ ही अस्पताल में ही रहने की जिद पकड़ ली है। इसके बाद अधिकारियों ने महिला को एहतियात बरतने की सलाह के साथ उसकी बेटी को उसके पास ही भेज दिया है।
मसूरी के रफीकाबाद की रहने वाली महिला को लगभग 15 दिन पहले प्रसव के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। जहां उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद करवाई गई जांच में उसका तीन दिन का नवजात बच्चा और ननद भी पॉजिटिव पाई गई थीं। इसके बाद महिला के परिवार के सात सदस्यों जिनमें उसके एक दो साल की बेटी भी शामिल थी, को एकांतवास में रखा गया था। बच्ची की मां को उसके नवजात बच्चे और ननद के साथ तीन दिन पहले ही मेरठ से गाजियाबाद रेफर कर दिया गया था। शुक्रवार को मां और नवजातबच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आईं लेकिन, दो साल की बेटी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। जबकि एकांतवास में भर्ती परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
शुक्रवार की रात में ही स्वास्थ्य विभाग ने दो साल की बच्ची को परिवार के अन्य सदस्यों से अलग कर दिया था लेकिन, उसे कहां रखा जाए इसका निर्धारण नहीं हो सका। उधर, जब बच्ची की मां को उसके संक्रमित होने की जानकारी हुई तो वह बेटी के पास जाने और उसकी देखभाल की जिद करने लगी, जिसके बाद दोनों बच्चों और उनकी मां को संयुक्त जिला अस्पताल में शिफ्ट करने पर विचार किया गया।
वहां उन्हें अलग कमरे में रखने पर विचार किया जा रहा था लेकिन, काफी देर चले मंथन के बाद अधिकारियों ने बच्ची को ईएसआईसी में भर्ती उसकी मां के पास भेज दिया।सीएमओ डॉ एनके गुप्ता ने बताया कि दो साल की बच्ची काफी दिनों से अपनी मां से दूर थी और मां के पास जाने की जिद कर रही थी। बच्ची के रोने से परिवार के अन्य सदस्य भी बहुत परेशान थे। बाद में बच्ची की मां भी उसे अपने साथ रखने की जिद करने लगी।
फिलहाल मां और उसके दोनों बच्चों को ईएसआईसी अस्पताल में रखा गया है। बच्ची की मां के साथ मेडिकल स्टाफ को भी जरूरी सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।