प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

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विदेशी जमातियों को प्रयागराज की मस्जिद में छिपाने के आरोपी इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर मोहम्मद शाहिद पर कानूनी शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. पुलिस ने दो मुकदमों में उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. जिन दो मुकदमों में चार्जशीट दाखिल हुई है, उनमे एक विदेशी जमातियों को मस्जिद में छिपाने का मामला है तो दूसरा महामारी एक्ट का, जिसमे जमात में शामिल होने के बावजूद वह छिपकर अपने घर पर ही रह रहे थे.

इविवि के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर मो. शाहिद मौजूदा समय में जेल में हैं। कुछ दिनों पहले शाहगंज पुलिस ने उन्हें फॉरेनर्स एक्ट के मुकदमे में साजिश रचने का आरोपी बनाकर जेल भेजा था। आरोप था कि वीजा नियमों का उल्लंघन कर शहर में पहुंचे इंडोनेशियाई जमातियों को यहां ठहराने में प्रोफेसर ने मदद की। इससे पहले उनके खिलाफ शिवकुटी थाने में धारा 144 के उल्लंघन व महामारी एक्ट के तहत एक केस दर्ज किया गया था।

आरोप है कि प्रोफेसर दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तब्लीगी जमात के जलसे में शामिल हुए। लेकिन, यह बात शहर लौटने के बाद भी उन्होंने छिपाए रखी और इविवि समेत कई सार्वजनिक स्थानों पर भी गए। शाहगंज में दर्ज मामले में उनके खिलाफ चार्जशीट लग चुकी है और अब शिवकुटी में दर्ज मामले में भी जल्द चार्जशीट लगाए जाने की तैयारी है। सूत्रों की मानें तो विवेचना लगभग पूरी हो चुकी है। कॉल डिटेल रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट हो चुका है कि प्रोफेसर दिल्ली में आयोजित जलसे में शामिल हुए। जलसे में शामिल बहुत से लोगों के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद प्रोफेसर न तो जांच के लिए आगे आए और न ही अपने संबंध में विवि प्रशासन और जिला प्रशासन को कोई सूचना दी।