कोरोना से हुई हर मौत का ऑडिट करायेगी योगी सरकार, यूपी में 727 पहुंची कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या

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लखनऊ :- प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटी योगी सरकार अब इससे जुड़ी हर मौत का ऑडिट करायेगी। यह ऑडिट कमेटी के जरिए होगा। इसके जरिए पता चल सकेगा कि कैसे सम्बन्धित मामले में और अच्छा इलाज किया सकता था। केस फाइल के आधार पर चिकित्सक विभिन्न बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित करेंगे और रिपोर्ट देंगे। इस गाइडलाइन के आधार नये मिलने वाले केस के इलाज में मदद मिलेगी, जिससे कोरोना का इलाज और प्रभावी तथा कारगर ढंग से हो सकेगा। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा की ओर से इसके आदेश जारी किये जा रहे हैं।

चौबीस घंटों में 70 नये मामले आये सामने
इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या अब बढ़कर 727 हो गई है। इनमें 55 मरीज ठीक होने पर घर भेजे जा चुके हैं और अब तक ग्यारह लोगों की इस वायरस के कारण मौत हुई है। कोरोना संक्रमण प्रदेश के 44 जिलों को अपनी चपेट में ले चुका है। राज्य में मंगलवार को 657 कोरोना पाॅजिटिव मामले थे। इस तरह पिछले चौबीस घंटों में 70 नये कोरोना मामले सामने आये हैं।

हॉट स्पॉट्स में हैं कुल 619 केस
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बुधवार बताया कि प्रदेश के 15 जनपदों में अब तक कुल 173 हॉट स्पॉट्स चिह्नित किये गये हैं। इनमें 1043182 लोगों का चिह्नांकन हुआ है। यहां 500 कोरोना संक्रमित मामले हैं। इसके अलावा दूसरे चरण के 29 जिलों में चिह्नित हॉट स्पॉट्स में 119 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। इस तरह दोनों हॉट स्पॉट्स में कुल 619 केस हैं। सरकार इन्हें केन्द्रित करते हुए कार्य कर रही है, जिससे कोरोना के मामलों में और इजाफा न हो सके। 

कुल मामलों में 58 प्रतिशत जमात से सम्बन्धित
राज्य में कोरोना के मामलों में इजाफे की सबसे बड़ी वजह अब तक तब्लीगी जमात के लोग बनकर सामने आये हैं। इसलिए सरकार ने दिल्ली के इनके कार्यक्रम में शामिल हुए हर शख्स को चिह्नित करने का काम किया है। कुल 727 मामलों में 428 जमात के लोग हैं। इनका लगभग 58 प्रतिशत है। जमात के 2717 लोगों में से 2470 को क्वारंटाइन किया जा चुका है।

एक भी केस नहीं मिलने वाले जनपदों से भी भेजे जायेंगे सैम्पल
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब हर रोज ज्यादा से ज्यादा सैम्पल कोरोना की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। मंगलवार को 2433 सैम्पल जांच के लिए भेजे गये।​ जिन जनपदों में अब तक एक भी कोरोना संक्रमित मामला सामने नहीं आया है, वहां से भी अब कम से कम 20 सैम्पल प्रतिदिन जांच के लिए भेजे जायेंगे। जहां 50 से ज्यादा केस हैं, वहां रोजाना भेजे जाने वाले सैम्पल की संख्या 150 से 200 होगी। पूरी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा जांच के जरिए नतीजे सामने आ सकें।

युवा सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित
उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की केस हिस्ट्री को लेकर कहा कि इनमें 0-20 आयु वर्ग के 17 प्रतिशत, 21-40 उम्र के 46.5 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 26 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 10.5 प्रतिशत केस हैं। 

मरीजों के बेहद करीबी 10661 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बेहद करीबी लोगों में 10661 लोगों को सर्विलांस के आधार पर फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा गया है। इनमें 100 प्रतिशत सैम्पल रहते हुए जांच करायी जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर आइसोलेशन में रखा जाता है।

मेडिकल स्टॉफ को दी जा रही ट्रेनिंग
सरकार ने आपताकालीन सेवाएं शुरू करने को लेकर विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इस कड़ी में 40 जनपदों की मेडिकल टीम की वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए ट्रेनिंग हो चुकी हैं। आज 35 जनपदों के मेडिकल स्टॉफ की ट्रेनिंग करायी जा रही है, जिससे इलाज के दौरान चिकित्सक व अन्य लोग खुद को पूरी तरह से संक्रमण से मुक्त रख सकें और वायरस की चपेट में न आएं। इसी कड़ी में गुरुवार को मुख्य चिकित्साधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों, सीएचसी के चिकित्सकों को ट्रेनिंग दी जाएगी।