- उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कमेटी की गठित, एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट
लखनऊ :- लॉकडाउन के कारण शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित होने के कारण अब योगी सरकार सभी शिक्षा विभागों का अलग-अलग शैक्षिक चैनल बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस पर मंथन शुरू हो गया है और कमेटी गठित कर दी गई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गुरुवार को शिक्षा कमेटी की बैठक में इसके निर्देश दिये। यह कमेटी लॉकडाउन के कारण बच्चों की शिक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए बनाई गई है।
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक तथा व्यवसायिक शिक्षा विभाग के अपने अलग-अलग शैक्षिक चैनल बनाए जाने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके लिए वाइस चांसलर एकेटीयू विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। जिसमें महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद, विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा राजेश कुमार, विशेष सचिव उच्च शिक्षा मनोज कुमार एवं विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा सुनील चौधरी सदस्य होंगे। कमेटी को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षा तैयारी को मिलेंगे तीन सप्ताह
बैठक में उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा की अवशेष परीक्षाओं को लॉकडाउन समाप्त होने के तीन सप्ताह के बाद प्रारंभ करने तथा जून या जुलाई पहले हफ्ते में रिजल्ट जारी करने पर चर्चा की गयी। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद कम से कम तीन सप्ताह तक का समय विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए दिया जाएगा।
गर्मी और जाड़ों की छुट्टियों में हो सकती है कटौती
शिक्षा कमेटी की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि सत्र को नियमित करने के लिए यदि जरूरत होगी तो क्लास पाठन की अवधि को बढ़ाए जाने तथा गर्मियों और जाड़ों के अवकाश को कम करने पर भी विचार किया जाएगा।
प्राविधिक शिक्षा में 65 प्रतिशत कोर्स पूरा
बैठक में प्राविधिक शिक्षा द्वारा अवगत कराया गया कि ऑनलाइन टीचिंग सतत रूप से जारी है। अब तक लगभग 65 प्रतिशत कोर्स कंप्लीट हो चुके हैं तथा 2470 लेक्चर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए जा चुके हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि ऑनलाइन लर्निंग के लिये बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा दूरदर्शन, आकाशवाणी, दिक्षा पोर्टल, टाॅप पैरेन्टस् मोबाइल एप एवं वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को लॉकडाउन अवधि के दौरान बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही है।