प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में दिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के संकेत

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नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस प्रकोप से उत्पन्न स्थिति को ‘सामाजिक आपातकाल’ की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा है कि देश में लागू 21 दिन की पूर्णबंदी (लॉकडाउन) को एकसाथ पूरी तरह नहीं हटाया जा सकता। उन्होंने कहा कि राज्य और जिला स्तर के प्रशासन तथा विशेषज्ञों की ओर से ऐसे सुझाव मिले हैं कि बिमारी के प्रकोप को रोकने के लिए बंदी की अवधि को बढ़ाया जाए।

प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्णबंदी को हटाने की रूपरेखा के बारे में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श करेंगे। मोदी ने संकेत दिया कि पूर्णबंदी से संबंधित प्रतिबंधात्मक उपाय पूरी तरह नहीं हटाए जा सकते।

मोदी ने कहा कि देश और दुनिया के सामने असाधारण हालात हैं। वर्तमान परिस्थितियों में कड़े फैसले लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट ने मानवता के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत की है। पूरे विश्व समुदाय को यह विचार करना होगा कि वह किस तरह समाज जीवन का संचालन किस तरह करें। मनुष्य और प्रकृति के बीच कैसे स्वस्थ संबंध कायम हों।

प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान मरीजों के उपचार और देखभाल में लगे चिकित्साकर्मियों की सराहना की। साथ ही उन्होंने इस संकट का मुकाबला करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को मिलजुल कर काम करने की प्रशंसा की।