- उप्र में 773 पहुंची कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, पीलीभीत के बाद महाराजगंज भी कोरोना मुक्त होने की स्थिति में
लखनऊ :- प्रदेश में गुरुवार को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 773 हो गई। इनमें से 69 मरीज उपचार के बाद ठीक होने पर घर भेजे जा चुके हैं। वहीं कोरोना ने अब 48 जनपदों को अपनी चपेट में ले लिया है। बुधवार को राज्य में 727 कोरोना पॉजिटिव केस थे। इस तरह बीते चौबीस घंटों में 46 नये मामले सामने आये हैं। वहीं अभी तक 13 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में तब्लीगी जमातियों के कारण बिगड़े हालात के बाद सरकार ने इन पर एफआईआर दर्ज होने के कारण अब इन्हें अस्थायी जेलों में रखने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को आदेश भेजा जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस बीच गुरुवार को एक राहत वाली खबर महराजगंज को लेकर है। पीलीभीत के बाद महाराजगंज जनपद भी कोरोना मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ चुका है। महराजगंज के छह मामलों में सभी का प्रथम टेस्ट निगेटिव आया है, अभी दूसरा टेस्ट होना बाकी है। उम्मीद जतायी जा रही है कि महराजगंज जिला आने वाले समय में कोरोना फ्री हो जाएगा। इससे पहले पीलीभीत जनपद कोरोना मुक्त हो चुका है। वहां मानकों के मुताबिक निर्धारित समय पूरा होने के बाद भी कोरोना को लेकर कोई शिकायत या समस्या सामने नहीं आई है।
तीसरे चरण में भी अब 07 हॉट स्पॉट्स चिह्नित
उन्होंने बताया कि राज्य में पहले चरण में 178 हॉट स्पॉट्स चिह्नित हैं। दूसरे चरण में 84 और अब तीसरे चरण में जो जनपद बड़े हैं, वहां 07 हॉट स्पॉट्स चिह्नित हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत यहां केवल मेडिकल, सेनिटाइजेशन एवं डोर स्टेप डिलीवरी टीमों को ही आवागमन की अनुमति है।
लखनऊ कैंट में कम्युनिटी किचन मामले में सभी की रिपोर्ट निगेटिव
अपर मुख्य सचिव ने लखनऊ के सदर इलाके में कम्युनिटी किचन में संक्रमित व्यक्ति के शामिल होने और कई लोगों के सम्पर्क में आने को लेकर कहा कि प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की। कम्युनिटी किचन के सभी 32 लोगों, तीन पुलिस अधिकारियों और कैंट क्षेत्र के सभी 50 पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच कराई गई। इसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने कहा कि यह कम्युनिटी किचन कैंट बोर्ड द्वारा संचालित था।
मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कम्युनिटी किचन व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए निर्देश दिये हैं कि वितरण कार्य में प्रमाणित लोग ही रखे जाएं। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति इस कार्य में न लगाया जाए। इसलिए सभी जिलाधिकारियों को इस सम्बन्ध में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।