हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित अभिनेता इरफान खान का बुधवार की सुबह 54 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले दो साल से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से ग्रसित थे। उनकी मौत की खबर सबसे पहले फिल्म निर्माता शूजीत सरकार ने सोशल मीडिया पर दी। उनके निधन से पूरा बॉलीवुड स्तब्ध और सदमे में हैं। अभिनेता इरफान खान के निधन पर सभी फिल्म अभिनेताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
बेहद साधारण से दिखने वाले इरफान खान ने फिल्म के क्षेत्र में बहुत असाधारण रोल निभाए हैं। मूल रूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले इरफान खान ने अपने कैरियर की शुरूआत थियेटर आर्टिस्ट के तौर पर की थी। इसलिए उनका अभिनय और संवाद अदायगी काफी हटकर थी और लोग उसे पसंद करते थे। वर्ष 2017 में इरफान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। उसी साल जून माह में इरफान काम को बीच में ही छोड़कर इलाज कराने के लिए विदेश चले गए थे। इरफान ने सोशल मीडिया के माध्यम से बीमारी की जानकारी दी थी। पिछले साल विदेश से घर लौटने के बाद उन्होंने अपनी फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ की शूटिंग पूरी की थी। इस साल के शुरू में उनकी तबीयत ठीक नहीं थी जिस कारण उन्होंने फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ का प्रमोशन नहीं किया था, इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर दी थी।
इरफान खान आखिरी बार ‘अंग्रेजी मीडियम’ में नजर आए थे, जो 13 मार्च को रिलीज हुई थी। हालांकि लॉकडाउन के चलते यह फिल्म सिर्फ दो दिन ही सिनेमाघरों में चल पाई। फिल्म के ट्रेलर रिलीज से पहले इरफान ने फैंस के लिए यू-ट्यूब पर अपना इमोशनल मैसेज छोड़ा था। उन्होंने कहा था-‘हैलो भाइयों-बहनों, नमस्कार। मैं इरफान। मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी। खैर, ये फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ मेरे लिए बहुत खास है। सच…यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म को उतने ही प्यार से प्रमोट करूं, जितने प्यार से हम लोगों ने बनाया है। लेकिन मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवांटेड मेहमान बैठे हुए हैं। उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊंट बैठता है। जैसा भी होगा आपको इत्तिला कर दी जाएगी।’
इरफान की चर्चित फिल्में रहीं- ‘मकबूल’, ‘लाइफ इन अ मेट्रो’, ‘करीब-करीब सिंगल’, ‘कारवां, ‘मदारी’, ‘बिल्लू बारबर, ‘लाइफ ऑफ पाई’, ब्लैक मेल’, ‘द लंच बॉक्स’, ‘पीकू’, ‘तलवार’, ‘हासिल’,’स्लडॉग मिलेनियर’, ‘पान सिंह तोमर’ और ‘हिंदी मीडियम’ । ‘पान सिंह तोमर’ के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। इसके अलावा इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान भी दे चुकी है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही उनकी मां सईदा बेगम का निधन हो गया था। लॉकडाउन के चलते उनका जयपुर पहुंच पाना संभव नहीं था। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अपनी मां के अंतिम दर्शन किए थे।