लॉस एंजेल्स :- कोविड -19 वैक्सीन इस साल के अंत में आ सकती है, जो जोखिमपूर्ण सेवाओं में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक संजीवनी होगी।
ब्लूमबर्ग की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार ‘ कुआएलेशन फ़ार एपीडेमिक प्रीपेयर्डनेस इन्नोवेशंस’ में जुटे वैज्ञानिकों की एक टीम की ओर से इस तरह का दावा किया जा रहा है। ओसलो स्थित इस समूह ने एक अरब डालर की मदद से वैक्सीन निर्माण में जुटी नौ फ़ार्मा कंपनियों की मदद की है। इस समूह के मुखिया रिचर्ड हेटचेट ने यह सनसनी खेज़ दावा किया है। दुनिया भर में जैसे जैसे संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैज्ञानिक और फ़ार्मा कंपनियाँ रात दिन प्रयोगशालों में जुटी हैं। अभी तक तीस लाख लोग कोरोना संक्रमित हैं, जबकि दो लाख लोग मारे जा चुके है। अभी तक सनोफ़ी, जानसन एंड जानसन तथा मोडरेना फ़ार्मा कंपनियों के नाम मुख्य तौर पर सामने आ रहे हैं।
इस तर्क का दावा पहली बार उन सभी रिपोर्ट के जवाब में किया गया है जिनमें कोरोना संक्रमण की वैक्सीन के लिए बारह से अठारह महीनों की इंतज़ार करने को कहा जा रहा है। कोरोना संक्रमण वैक्सीन की तैयारी में जुटे कुछ वैज्ञानिकों ने तो यहाँ तक कहा है कि यह भी मुमकिन है कि इसे तैयार करने में सालों साल लग जाएँ।