एटा :- जिला चिकित्सालय से कोरोना के संदिग्ध मरीजों के वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया (वीटीएम) टेस्टिंग ट्यूब में रखकर भेजे गये 17 नमूने अलीगढ़ से रिजेक्ट किये गये हैं। बताया जा रहा है कि ऐसा पैकिंग से नाम मिटे होने के कारण किया गया है। जबकि सीएमओ का कहना है कि इनके रिजेक्ट होने के इसके अलावा भी कई कारण हो सकते हैं। सीएमओ के अनुसार उन्होंने इन्हें दोबारा जांच के लिए भिजवाया है।
जिले में कोरोना संदिग्धों की जांच की व्यवस्था न होने के कारण इनके नमूने के सैम्पल जांच के लिए अलीगढ़ भेजे जाते हैं। बीते दिनों भेजे गये इन नमूनों में से कथित रुप से ट्यूब पर लिखे नाम मिट जाने के कारण छह सोमवार को, जबकि 11 मंगलवार को अलीगढ़ लैब से रिजेक्ट कर दिये गये हैं।
एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि एटा से भेजे गये सैम्पलों में 17 की जांच रिपोर्ट मिल गयी है तथा ये सभी निगेटिव हैं। वहीं यहां से भेजे गये नमूनों में से छह सोमवार को, जबकि 11 मंगलवार को रिजेक्ट होकर वापस आये हैं। इन नमूनों के रिजेक्ट होने का कारण पूछे जाने पर सीएमओ ने बताया है कि इसके- सैम्पल की मात्रा में कमी होना, भेजी गयी बॉयल का लीक हो जाना, नम्बरिंग में गड़बड़ी आदि कई कारण हो सकते हैं। इन लोगों के नमूने पुनः जांच के लिए भिजवाए गये हैं।
इधर कासगंज में मिले एक कोरोना पॉजिटिव के एटा निवासी सम्बन्धियों को भी प्रशासन ने ऐहतियातन क्वारंटाइन किया है। इनमें युवक की मारहरा निवासी चाची व उनका पुत्र तथा एटा का एक संवाददाता का साला भी है। ये तीनों लोग युवक से दो से तीन दिन पूर्व ही मिलकर आये थे। दूसरी ओर आगरा के पारस अस्पताल के जलेसर निवासी कर्मचारी की रिपोर्ट निगेटिव आने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है।