गाज़ियाबाद : लॉकडाउन में स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को तंग करने से बाज नहीं आ रही है। केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन कर रखा है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन ने अप्रैल महीने की फीस के लिए अभिभावकों को तकादा करना शुरू कर दिया है। मोबाइल पर संदेश भेजकर अभिभावकों पर हर हाल में अप्रैल महीने का फीस 15 तक जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। समय पर फीस जमा नहीं करने पर विलंब शुल्क की बात कही जा रही है। इस संदेश से स्वजनों की परेशानी बढ़ गई है। अभिभावक और अभिभावक संगठन फीस माफ करने की गुहार लगा रहे थे।
गाजियाबाद में इस मुद्दे को बीजेपी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने भी उठाया व मुख्यमंत्री और सांसद जनरल वी के सिंह से स्कूल तथा शैक्षणिक संस्थाओं की फीस माफ करने की मांग की थी।
बीजेपी के महानगर अध्यक्ष की मांग पर संज्ञान लेते हुए स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने इस बाबत जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय से बात की और राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत स्कूल की फीस माफ़ करने को कहा है।
हालांकि जिलाधिकारी ने इस मामले में अंतिम निर्णय नही लिया है। गाज़ियाबाद के डीआईओएस ने फिलहाल लॉकडाउन पीरियड की फीस वसूली के लिए दबाव न बनाने का निर्देश दिया है। दरअसल शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों में 24 मार्च से सत्र 2020-21 से पढ़ाई शुरू होनी थी। कोरोना वायरस को लेकर 23 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इस कारण नया सत्र शुरू नहीं हो सका है।
कई राज्यों में स्कूल फीस नहीं लेने का निर्देश
लॉकडाउन के बाद दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, मुंबई सरकार ने स्कूलों में अप्रैल माह का फीस नहीं लेने का निर्देश दिया है। कई अभिभावकों ने सरकार से फीस नहीं लेने की मांग की है।