जिनेवा :- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने विश्व भर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों और इससे संक्रमित लोगों की मौतों पर गहरी चिंता जताई है। साथ ही कहा है कि हालात को देखते हुए गरीब देशों के ऋण माफ करने होंगे।
यह महामारी अब 205 से अधिक देशों में फैल गई है। डब्लूएचओ के अध्यक्ष टेड्रोस एधानम ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने यह निर्णय लिया है कि विकासशील देशों को ऐसे हालात में मदद करने के लिए और उनको अपनी अर्थव्यवस्था को बचाए रखने में सहयोग के लिए उनके ऋण माफ करना बहुत जरूरी है।
उन्होंने जिनेवा स्थित मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा है कि पिछले एक हफ्ते में पूरे विश्व में कोरोनावायरस के कारण होने वाली मौतों में बड़ी संख्या में बढ़ोतरी हुई है और यह लगभग दोगुनी हो गई है। साथ ही उन्होंने यब भी कहा कि वैश्विक स्तर पर आने वाले कुछ दिनों में इस महामारी से संक्रमण के मामले 1 मिलियन हो जाएंगे और 50000 लोग मर जाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने भारत के इस महामारी के कारण किए गए 21 दिन के लॉकडाउन के निर्णय की प्रशंसा की है।
उल्लेखनीय है कि घातक महामारी कोरोनावायरस के फैलने की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी और अब यह वैश्विक स्तर पर 200 से अधिक देशों में फाल गया है। वैश्विक स्तर पर 9,00,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो गए हैं और 47,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।