कोरोना को लेकर यूपी के लिए बड़ी राहत की खबर, जानिए क्या है खास

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लखनऊ :- उत्तर प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही राहत की खबर यह भी है कि संक्रमितों की तुलना में इलाज से स्वस्थ हो रहे लोगों की संख्या में भी बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है।

पिछले दस दिनों में संक्रमित मरीज दोगुना भी नहीं बढ़ सके हैं लेकिन अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके लोगों की संख्या में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है। इस बीच राजधानी के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में कोरोना मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से प्रारम्भ कर दिया गया है। इससे मरीजों की हालत में और सुधार के आसार बढ़ गये हैं। इस तरह मरीजों की स्थिति में तेजी से हो रहे सुधार के चलते पिछले दस दिन की अवधि में प्रदेश में मृतकों की संख्या बमुश्किल दोगुना ही हुई है।

स्वास्थ्य विभाग के आंंकड़ों को देखने से पता चलता है कि 17 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 896 थी। इस दिन तक 82 लोग इलाज से स्वस्थ हो चुके थे जबकि 14 मरीजों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद 24 घंटे में 141 संक्रमितों के बढ़ने से 18 अप्रैल को मरीजों की संख्या 1037 हुई लेकिन.24 घंटे में ही 26 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज किये गये। इस तरह उस दिन तक स्वस्थ हुए मरीज 108 हो गये और मृतकों की संख्या मात्र 16 रही।

इसी तरह 23 अप्रैल तक स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी पाये मरीजों की संख्या दो सैकड़ा पार कर 206 हो गई। इस दिन तक कुल संक्रमित 1548 रहे और मृतकों की संख्या 25 रही। इसके बाद 27 अप्रैल तक स्वस्थ हुए मरीज तीन गुना से अधिक बढ़कर 399 हो गये, जबकि पिछले दस दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या बमुश्किल दो गुना होकर 1986 पहुंची। इस दिन तक मृतकों की संख्या भी मात्र दो गुना होकर 33 तक रही। यहां खास बात यह भी है कि उप्र में कोरोना से मरने वालों में अधिकतर ऐसे लोग रहे, जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। मंगलवार सुबह सात और मरीजों में कोरोना पुष्टि होने से 28 अप्रैल के पूर्वाह्न तक प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 1993 हो गई है।

प्लाज्मा थेरेपी से और सुधार के आसार

इस बीच केजीएमयू में कोरोना मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से प्रारम्भ कर दिया गया है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के चिकित्सक डॉ. डी. हिमांशु का कहना है कि वहां भर्ती एक मरीज को 200 एमएल प्लाज्मा की एक डोज देने से ही उसकी हालत में काफी सुधार देखा गया। जांच में पता चला है कि उनके शरीर में कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली एंटीबाडी सक्रिय हो गई है। उन्होंने बताया कि इस थेरेपी में कोरोना के संक्रमण से ठीक हुए लोगों का प्लाज्मा मरीजों में चढ़ाया जाता है। केजीएयू प्रदेश में कोरोना का नोडल सेंटर है। वहां प्लाज्मा थेरेपी के सफल प्रयोग के बाद प्रदेश में इस विधि का विस्तार भी हो सकेगा। इससे मरीजों की हालत में और सुधार के आसार बढ़ गये हैं।

संक्रमण के मामले में उप्र देश में छठे स्थान पर

राज्य सरकार की सतर्कता के चलते सर्वाधिक आबादी के बावजूद कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या के मामले में उप्र अभी भी देश में छठे स्थान पर है। महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली की हालत तो सबसे गंभीर है। इसके अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी कोरोना के मरीजों की संख्या उप्र की तुलना में अधिक है। इन प्रदेशों में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या भी उप्र से काफी ज्यादा है। मंगलवार सुबह तक महाराष्ट्र में कोरोना के संक्रमितों की संख्या 8590, गुजरात में 3548, दिल्ली में 3108, मध्य प्रदेश में 2305 और राजस्थान में 2262 रही।