विवादों में आईपीएस : और मुकदमे दर्ज होंगे गोपनीय रिपोर्ट मामले में, कसेगा इन अफसरों पर शिकंजा

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गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण द्धारा छह माह पहले तैयार की गई गोपनीय रिपोर्ट को लेकर आईएएस अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। एसआईटी की जांच के बाद एक आईपीएस अधिकारी अजय पाल शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है, जबकि अन्य केस दर्ज करने की भी तैयारी में शासन लगा है। माना जा रहा है कि इसमें अभी कुछ और केस दर्ज होंगे, कुछ अन्य आईपीएस अधिकारी भी अभी इसकी चपेट में आएंगे।  
2020 के पहले दिन एसएसपी गौतमबुद्वनगर वैभव कृष्ण का कथित वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के बाद देर शाम में एसएसपी द्वारा एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा गया कि उन्होंने कुछ बड़े अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ एक गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इस रिपोर्ट के चलते ही उनके खिलाफ यह साजिश रची गई है। उनकी प्रेस वार्ता के बाद यह गोपनीय रिपोर्ट वायरल हो गई थी। इस रिपोर्ट में पांच आईपीएस अधिकारियों अजयपाल शर्मा, सुधीर सिंह, गणेश साहा, हिमांशु कुमार और राजीव नारायण मिश्रा पर आरोप लगाये गये थे। इसके अलावा रिपोर्ट दो पीसीएस अधिकारी गुलशन कुमार, रजनीश, पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी मनोज भदौरिया, मुख्य सचिव के कार्यालय में तैनात निदेशक मीडिया दिवाकर खरे, महिला आयोग की एक सदस्या और उनके बेटे का भी नाम था। 

एसएसपी वैभव कृष्ण पर गिरी थी गाज

इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद सबसे पहली गाज इसे तैयार करने वाले एसएसपी वैभव कृष्ण पर ही गिरी थी और उन्हें 9 जनवरी को निलम्बित कर दिया गया था। शासन ने तभी मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन कर दिया था। जिसे 15 दिन में जांच पूरी करनी थी। लेकिन कमेटी ने अब जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। जिसके बाद 8 मार्च को मुकदमा लखनऊ थाने में अजयपाल शर्मा के खिलाफ दर्ज हो चुका है। जिसकी संस्तुति इसी कमेटी ने की थी। वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर अभी कुछ और आईपीएस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई संभव है और आने वाले सप्ताह में इस मामले में कुछ और मुकदमें भी दर्ज किए जा सकते हैं। 

युवती ने आईपीएस अधिकारी पर आरोप लगाए 

अजयपाल शर्मा (आईपीएस) : आरोप : 23 अगस्त को नोएडा में गिरफ्तार चार आरोपियों से संबंध। मेरठ एसएसपी पद पर तैनाती के लिए 80 लाख में कथित सौदा। आरोपियों को पुलिस दबिश की जानकारी देना। गाजियाबाद में गिरफ्तार युवती के मोबाइल का डाटा डिलीट कराना।  19 अगस्त  को युवती के विरुद्व एससी एसटी का केस दर्ज कराने के लिए युवक को इंदिरापुरम भेजना, इस युवती ने भी अजयपाल पर आरोप लगाए थे। 

इन पर कसेगा शिकंजा

गणेश साहा (आईपीएस) :  आरोप: चंदन राय केसाथ व्हाट्स एप चैट में गाड़िया निकलवाने और उसकी एवज में पेमेंट आने का आरोप लगाना, अकाउंट डिटेल लेना, एसपी बांदा द्वारा कहना कि वह अपने इंस्पेक्टर को भेजकर सारी बात करा लेंगे, काम शुरू कराएं। 

राजीव नारायण मिश्र (आईपीएस) : आरोप: अभियुक्त नितीश पांडेय के साथ चैट, दागी पुलिस कर्मियों के संबंध में अर्द्वशासकीय पत्र लिखवाना।

हिमांशु (आईपीएस) :  आरोप: आरोपी अतुल व चंदन के साथ चैट व रिकॉर्डिंग में बिजनौर के लिए 30 लाख, बरेली के लिए 40 लाख, आगरा के लिए 50 लाख देने की बात। इसके अलावा बुलंदशहर, बागपत, शामली में पोस्टिंग के लिए चैट और वार्ता करना। 

सुधीर सिंह (आईपीएस) :  आरोप : अभियुक्त चंदन राय के साथ मोबाइल चैटिंग, एक इंस्पेक्टर को सिहानी गेट और विजय नगर का चार्ज देने के संबंध में चैटिंग, आरोपी को मिलने को बुलाने के संबंध में चैटिंग।