नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा भाग आज से शुरू हो रहा है। सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब दिल्ली में हिंसा हुई है। हालांकि, दिल्ली में स्थिति तो सामान्य होने लगी है, लेकिन संसद सत्र को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। एक ओर विपक्षी दल जहां एकजुट होकर दिल्ली हिंसा और अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की फिराक में है, वहीं सत्ताधारी भाजपा की तरफ से विपक्ष को जवाब देने की तैयारी कर ली गई है। विपक्ष की तरफ से साफ संकेत दिया गया है कि सत्र के दौरान गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की जाएगी।
ध्यान रहे कि खुद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी। ऐसे में सत्र की शुरुआत में यही मुद्दा छाए रहने की संभावना है। हालांकि अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस को किन-किन दलों का साथ मिलेगा यह कहना अभी मुश्किल है। विपक्ष मोदी सरकार से नागरिकता कानून और एनपीआर में बदलाव करने की मांग करेगी। हालांकि सरकार के रुख से साफ है कि विपक्ष के आक्रमण के सामने वह झुकने वाली नहीं है।
आरजेडी के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने साफ-साफ कहा कि ऐसी घटनाओं पर संसद मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती है। हम मिलजुलकर अपनी आवाज उठाएंगे। इस मसले पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पहले ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन देकर अपना विरोध जता चुके हैं। सरकार के सूत्रों के मुताबिक, सरकार भी विपक्ष के आक्रमण का जवाब देने की रणनीति तैयार कर रही है। प्रधानमंत्री पहले ही नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग को पूरी तरह खारिज कर चुके हैं।
गौरतलब है कि संसद के दूसरे चरण की बैठक तीन अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान आम बजट को पारित करने की बाकी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा। बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई थी। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी को पूरा हो गया था। इस बीच बता दें कि बिहार के बाल्मीकि नगर क्षेत्र से लोकसभा सांसद बैजनाथ महतो के निधन के चलते आज लोकसभा में श्रद्धांजलि भी दी जाएगी।