वीआईपी ड्यूटी में जाने से डॉक्टर ने किया इनकार, सीएमएस ने दिया नोटिस

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गाजियाबाद: वीआईपी ड्यूटी को लेकर डॉक्टरों का विरोध थम नहीं रहा है। 2 दिन पहले कंबाइंड अस्पताल में तैनात एक सीनियर डॉक्टर ने वीआईपी ड्यूटी में जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद उनके बजाय दूसरे डॉक्टर को भेजना पड़ा। इस मामले में अस्पताल के सीएमएस ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। इसकी सूचना अपर निदेशक स्वास्थ्य को भी दी गई है।

कंबाइंड अस्पताल में तैनात डॉक्टर की ड्यूटी 23 फरवरी को केरल के राज्यपाल के साथ लगाई गई थी। इस संबंध में सीएमएस ने फोन करके डॉक्टर को वहां जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार करते हुए कहा कि वह छुट्टी पर जा रहे हैं। इसके बाद दूसरे डॉक्टर को वीआईपी ड्यूटी में भेजा गया। इस संबंध में सीएमएस डॉ. नरेश विज ने डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि वीआईपी ड्यूटी से इनकार नहीं किया जा सकता है। डॉक्टर को 55 साल की उम्र के बाद पोस्टमॉर्टम ड्यूटी और मेडिकोलीगल से राहत दी गई है, लेकिन वीआईपी ड्यूटी के साथ ऐसा नहीं है। यदि कोई डॉक्टर वीआईपी ड्यूटी में जाने से इनकार करता है तो इस संबंध में शासन स्तर से निर्णय लिया जाना चाहिए। यदि संबंधित डॉक्टर उचित स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो शासन से कार्रवाई की संस्तुति की जा सकती है।

यह है पूरा मामला

रविवार को शहर में कई वीआईपी के कार्यक्रम थे। नियमानुसार रविवार को जिला एमएमजी अस्पताल से वीआईपी ड्यूटी लगाई जानी थी लेकिन वहां डॉक्टर कम होने के कारण केंद्रीय रक्षा मंत्री की ड्यूटी में डॉक्टर भेज दिए गए थे। केरल राज्यपाल की ड्यूटी के लिए कंबाइंड अस्पताल को इंतजाम करने के लिए कहा गया था। जिस डॉक्टर को वीआईपी ड्यूटी में भेजा जाना था वह रविवार को इमरजेंसी (ट्रॉमा सेंटर) में ड्यूटी कर रहे थे। सीएमएस के फोन करने पर उन्होंने खुद के इमरजेंसी ड्यूटी में होने और छुट्टी पर जाने की बात कहते हुए वीआईपी ड्यूटी में जाने से इनकार कर दिया।