दिल्ली हिंसा : CM केजरीवाल ने कहा, 1 करोड़ रुपए देगी दिल्ली सरकार रतनलाल के परिवार को

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नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता कानून (CAA) पर हुई हिंसा में अब तक 22 लोगों की जान चली गई है। दंगाइयों को देखकर गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं। उत्तर पूर्व दिल्ली के कई क्षेत्रों से पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आने के बाद अब एहतियात के तौर पर दिल्ली में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है और लोगों को बेवजह बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है।

इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने आज होने वाले अपने त्रिवेंद्रम दौरे को रद्द कर दिया है। हिंसा के माहौल के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपील की है कि दिल्ली में हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना की तैनाती होनी चाहिए। यहां सीएए समर्थकों व विरोधियों के बीच हुई हिंसा और तनाव की स्थिति को दिल्ली पुलिस संभाल नहीं पा रही है, इसलिए यहां सेना को तैनात करने की जरूरत है।

UPDATES :-

– दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में दिल्ली हिंसा के बारे में कहा कि मुझे खुशी है कि केंद्र सरकार शहीद हेड कांस्टेबल रतनलाल (सीकर निवासी) के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दे रही है और एक परिवार के सदस्य को नौकरी भी देगी। हम भी दिल्ली सरकार की पॉलिसी के अनुसार उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की मदद देंगे। डीसीपी, एसीपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हैं, हिंदू-मुसलमान सभी घायल हैं। काफी अफवाहें भी फैलीं। गृह मंत्री से निवेदन करता हूं कि अगर जरूरत पड़े तो हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए।

– राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल मौजपुर की गलियों में घूमकर लिया सुरक्षा स्थिति का जायजा।

-आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी पर हिंसा को भड़काने का आरोप जड़ दिया है। संजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी के विधायक सड़कों पर लोगों को भड़का रहे हैं और पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही है। वहीं, AAP नेता गोपाल राय बोले कि पुलिस की ओर से एक्शन नहीं लिया जा रहा है, इसके अलावा मंगलवार को कुछ जवान बढ़ाए गए लेकिन फिर भी आगजनी की घटनाएं नहीं रुकी।

-दिल्ली हिंसा पीड़ितों से अगर उनके परिजन संपर्क नहीं कर पा रहे हैं तो उनके लिए पुलिस ने कुछ नंबर जारी किए हैं। हिंसा पीड़ितों के बारे में जानने के लिए इन नंबरों पर फोन कर उनके परिजन जानकारी ले सकते हैं।

इससे पहले मंगलवार देर रात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सीलमपुर में स्थिति का जायजा लिया और पुलिस के कई आला अफसरों के साथ बैठक ली। पुलिस अधिकारियों के साथ डोभाल ने हालात का जायजा लिया। बैठक में उनके साथ पुलिस कमिश्नर, संयुक्त सीपी, डीसीपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अजित डोभाल रात करीब साढ़े 11 बजे सीलमपुर डीसीपी ऑफिस पहुंचे और साढ़े 12 बजे तक बैठक के बाद करीब 8 किलोमीटर का सफर करते हुए तनावपूर्ण इलाकों का दौरा किया।

एनएसए डोभाल ने सीलमपुर डीसीपी ऑफिस में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक, ज्वाइंट सीपी, स्पेशल सीपी और इलाके के डीसीपी के साथ हालातों पर चर्चा की।

प्रभावित इलाकों में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान भी तैनात कर दिए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के भी जवान हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।