नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर भारत में जमकर तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप का स्वागत दिल्ली से बाहर गुजरात के अहमदाबाद में करेंगे और दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में दोनों नेता मंच भी साझा करेंगे। सवाल उठना लाजमी है कि दिल्ली से बाहर क्यों? तय कार्यक्रम के मुताबिक, ट्रंप जब भारत पहुंचेंगे तो हिंदुस्तान में अमेरिका वाले हाउडी मोदी वाले कार्यक्रम से भी भव्य आयोजन होगा। उससे भी बड़ा उत्सव होगा और उससे भी बड़ा जनसैलाब उमड़ेगा।
यह भी तय है कि दोनों देशों के प्रमुख साथ-साथ चलेंगे और एक ही मंच से बोलेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मोदी ने ट्रंप की मेजबानी के लिए अहमदाबाद को ही क्यों चुना? दरअसल, पीएम मोदी अतुल्य भारत को दुनिया के सामने लाने की रणनीति के तहत राष्ट्राध्यक्षों की आवभगत दिल्ली के बाहर इसलिए कर रहे हैं, ताकि दुनिया भारत की इन जगहों से वाकिफ हो और पर्यटन के मानचित्र पर ये भी आ सकें।
मोदी ने इस कड़ी की शुरुआत जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का वाराणसी में स्वागत के साथ किया था। उसके बाद लगातार विदेशी मेहमानों का स्वागत दिल्ली से बाहर करते रहे हैं। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने मुंबई में पुर्तगाल के राष्ट्रपति सूसा का स्वागत किया था, जो भारत-पुर्तगाल बिजनेस समिट में भाग लेने भारत आए थे।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के पीएम मोदी के बीच अभी हाल ही में उच्चस्तरीय बैठक तमिलनाडु के महाबलीपुरम में आयोजित की गई थी। इसके बाद महाबलीपुरम विश्व पर्यटन के मानचित्र पर आ गया और वहां विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ गई। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्यूल मैक्रों ने भी अपने भारत दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मिर्जापुर का दौरा किया था।
यूरोपीयीय देशों के कई राष्ट्राध्यक्ष मेक इन इंडिया वीक के दौरान मुंबई दौरे पर आए थे, जिनमें फिनलैंड और स्वीडन के प्रधानमंत्री और पोलैंड के उपप्रधानमंत्री शामिल रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की भी मेजबानी बंगलुरू में की थी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने भी उत्तर प्रदेश के नोएडा में विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप का भी स्वागत दिल्ली से बाहर हैदराबाद में किया गया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने भारत दौरे के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, साबरमती आश्रम और मुंबई का दौरा किया था। पिछले साल दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक अयोध्या में आयोजित देव दीपावली समारोह में शामिल हुई थीं।