Delhi Assembly Election 2020: बूथ पर कतार में हैं कितने मतदाता बताएगा एप

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Delhi Assembly Election 2020: विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिए चुनाव आयोग लगातार डिजिटल तकनीक की मदद ले रहा है। इसी कड़ी में इस बार एक ऐसा एप आया है, जिससे घर बैठे यह पता चल सकेगा कि आपके बूथ पर कतार में कितने मतदाता हैं। ताकि, मतदाता अपनी सुविधा के मुताबिक समय का चयन कर लंबी कतार से बच सकें। इसके अलावा कुछ अन्य एप भी हैं, जो मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से लेकर चुनाव आयोग द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी देते हैं।

मुख्य निवार्चन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह के मुताबिक सिर्फ चार एप का इस्तेमाल कर मतदाता असुविधा से खुद को बचा सकते हैं। इसमें वोटर हेल्पलाइन, पीडब्ल्यूडी (पर्सन विद डिसएबिलिटी), वोटर टर्न आउट व सी-विजिल एप हैं प्रमुख एप हैं।

वोटर हेल्पलाइन एप

इस एप पर चुनाव प्रक्रिया से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिनका मतदाता सूची में नाम नहीं है, वे इसके माध्यम से अब भी अपना नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पर उम्मीदवारों की सूची व शपथ पत्र भी उपलब्ध होगा। साथ ही मतगणना के दिन इस एप पर चुनाव परिणाम की जानकारी मिल सकेगी। डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि इस बार इससे यह सूचना भी मिलेगी कि किस बूथ पर कितनी लंबी लाइन है।

वोटर टर्न आउट एप

इस बार मतदान फीसद की जानकारी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वोटर टर्न आउट एप से हर समय मतदान फीसद की ताजा जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। वहीं यही भी पता चल सकेगा कि कितने पुरुष व कितनी महिलाओं ने मतदान किया, यह जानकारी भी उपलब्ध होगी।

सी-विजिल

चुनाव आचार संहिता लगने के बाद यदि मतदाताओं को प्रलोभन, पैसा या शराब बांटने का काम हो रहा हो तो कोई भी व्यक्ति इस एप के माध्यम से वीडियो बनाकर चुनाव आयोग को भेज सकता है। इसके बाद चुनाव आयोग की टीम करीब सौ मिनट में कार्रवाई पूरी करेगी।

बूथ एप

चुनाव ड्यूटी से जुड़े अधिकारियों के लिए बूथ एप तैयार किया गया है। दरअसल, इस बार मतदान की पर्ची पर मतदाता के फोटो के अलावा क्यूआर कोड भी होगा। हर मतदान केंद्र पर हेल्प डेस्क की सुविधा होगी, जहां मौजूद अधिकारी बूथ एप के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन कर मतदाता की पहचान कर सकेंगे।

इसकी सूचना पोलिंग अधिकारी को उपलब्ध हो जाएगी। बूथ के अंदर पोलिंग अधिकारी दोबारा क्यूआर कोड स्कैन करेंगे और पहचान पत्र देखेंगे। इससे बूथ के अंदर मतदाता सूची में नाम ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए समय बचेगा और मतदान जल्दी हो सकेगा। साथ ही बूथ में प्रवेश करने से पहले और बूथ के अंदर दो बार क्यूआर कोड स्कैन होने पर बूथ एप पर दर्ज होगा कि कितने लोगों ने मतदान किया और कितने लोग कतार में हैं। यह सूचना मतदाताओं को वोटर हेल्पलाइन एप पर उपलब्ध होती रहेगी।