मौत का खौफ सता रहा निर्भया के दोषियों को, जानें कैसे बीती गुनहगारों की रात डेथ वारंट के बाद

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निर्भया मामले में दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने के बाद तिहाड़ जेल में उनकी रात करवट बदलते बीती। फांसी के खौफ का आलम यह रहा कि दोषियों ने मंगलवार को खाना भी नहीं खाया। तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि चारों दोषियों के परिजनों को मिलने के लिए चिट्टी या अन्य त्वरित संदेश अभी नहीं भेजा गया है। अगर चारों दोषी इस बात की इच्छा जताएंगे कि उनके परिजनों को बुलाया जाए तो संदेश जारी कर दिया जाएगा। अगर किसी दोषी ने मना किया तो संदेश नहीं भेजा जाएगा। 

निर्भया कांड के चारों गुनाहगार में से तीन दोषी अक्षय, पवन तथा मुकेश जेल नंबर दो में बंद है जबकि विनय शर्मा जेल नंबर तीन मेंबंद हैं। चारों को अलग-अलग सेल में रखा गया है। तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जब अदालत ने चारों का डेथ वारंट जारी किया तो उसके बाद से पवन और अक्षय ने खाना नहीं खाया था। हालांकि बुधवार सुबह चारों ने नाश्ता और शाम का खाना खाया। 

डॉक्टरी जांच हुई : जेल सूत्रों का कहना है कि बुधवार सुबह करीब दस बजे चारों दोषियों को जेल के अस्पताल में ले जाया गया और उनकी डॉक्टरी जांच कराई गई। उसके बाद उन्हें वापस सेल में बंद कर दिया गया। इस दौरान चारों दोषी तनाव में थे। दोषी गुमशुम थे और जांच के दौरान डॉक्टरों से भी ठीक से बात नहीं की। 

क्यूरेटिव अपील का इंतजार : चारों गुनाहगारों को अदालत की तरफ से जारी किये गए डेथ वारंट की एक-एक प्रतिलिपि रात को ही मुहैया दी गई थी। देखना है कि उनके अधिवक्ता क्यूरेटिव अपील कब दायर करते हैं।

रोज होगी जांच
चारों दोषियों की डॉक्टरी जांच 22 फरवरी तक प्रतिदिन कराई जाएगी। जेल अधिकारियों का कहना है कि वजन, हृदय गति सहित अन्य की जांच फांसी दिए जाने तक होती रहेगी। 

पवन जल्लाद देगा फांसी
निर्भया के चार दोषियों को मेरठ का पवन जल्लाद फांसी देने तिहाड़ जेल आएगा। लखनऊ से कॉल जाने पर मेरठ जेल के कर्मचारी बुधवार को पवन के घर पहुंचे और उससे तिहाड़ जाने के लिए तैयार रहने को कहा। पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को निर्भया कांड के चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। इन्हें 22 जनवरी की सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल दिल्ली में फांसी दी जाएगी। उम्मीद है कि 20 जनवरी से पहले पवन जल्लाद को तिहाड़ जेल में बुला लिया जाएगा।