ग्रेटर नोएडा: कमिश्नरी सिस्टम लागू होने पर नोएडा व ग्रेनो के लोगों में खुशी है। लोगों को उम्मीद है कि संबंधित थानों की पुलिस अगर उनकी फरियाद नहीं सुनेगी तो सीधे कमिश्नर के सामने वे अपनी बात रख सकते हैं। कमिश्नर के नोएडा बैठने की अटकलों ने लोगों को निराश कर दिया है। नोएडा में बैठने पर अब जेवर, रबूपुरा, दनकौर, जारचा समेत अन्य एरिया के लोगों को 60 से 70 किमी दूर फरियाद लेकर जाना पड़ेगा। लोगों का कहना है कि अगर कमिश्नर जिले की बीच परिधि में बने सूरजपुर पुलिस ऑफिस में बैठते तो ग्रेटर नोएडा व नोएडा दोनों शहर व देहात एरिया के लोगों के लिए सहूलियत होती। अब केवल नोएडा में रहने वाले लोगों को फायदा हुआ है। जबकि ग्रेटर नोएडा में आने वाले 13 थानों एरिया के लोगों को लंबी दूरी तय कर नोएडा जाना पड़ेगा।
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने जिले के थानों को 3 जोन में बांटा है। पहले जोन में नोएडा के केवल 6 थाने हैं। दूसरे और तीसरे जोन में फेज 2 व फेज 3 थाने को छोड़कर सभी 13 थाने ग्रेटर नोएडा एरिया में है। इन 13 थानों में एक नगरपालिका और 6 नगर पंचायत आती हैं।
ग्रेटर नोएडा की गोल्डन फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए के महासचिव दीपक भाटी का कहना है कि सूरजपुर पुलिस ऑफिस दोनों जिले की परिधि को देखकर बनाया गया था। ग्रेटर नोएडा एरिया में 3 तहसील व डिस्ट्रिक्ट कोर्ट समेत जिला प्रशासन के सभी ऑफिस हैं। ऐसे में अगर कमिश्नर नोएडा बैठते हैं तो ग्रेटर नोएडा के लोगों को नोएडा जाना पड़ेगा।