भगवान महर्षि बाल्मीकि की मूर्ति स्थापना में विशाल भंडारे का हुआ आयोजन

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गाजियाबाद। लोनी के विनय पुर गांव में मूर्ति स्थापना में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष सतपाल प्रधान ने बाल्मीकि कमेटी का आभार व्यक्त करते हुए कहा मैं अपने आप को बड़ा सौभाग्यशाली समझता हूं कि मेरे हाथों भगवान की मूर्ति की स्थापना हो रही है।

जो आदि कवि भगवान राम के परिवार के पालनहार रहे हो ऐसे परम तेजस्वी लव कुश को ज्ञान प्रदान करने वाले महर्षि बाल्मीकि ही थे। माना जाता है कि महर्षि बाल्मीकि ने ही कलयुग में तुलसीदास के रूप में जन्म लिया और रामचरितमानस की रचना की।

आज का दिन आदिकवि महर्षि बाल्मीकि को याद करने का दिन होता है। इनका जन्म अश्विन मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। महर्षि बाल्मीकि का जीवन हमें सदकर्मों और भक्ति की राह पर चलने का संदेश देता है। हमें गुरु वाल्मीकि जी के विचारों को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है।

कहते हैं कि सालों की तपस्या के बाद रचनाकार बाल्मीकि को ज्ञान की प्राप्ति हुई और परम पिता ब्रह्मा के कहने पर उन्होंने भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित रामायण नामक महाकाव्य संस्कृत भाषा में रच डाली। आज के दिन रामायण का पाठ और राम नाम का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है।

मूर्ति की स्थापना में मुख्य रूप से विनय पुर गांव के मनोज प्रधान, विनोद प्रधान, कपिल प्रधान, कृष्ण पाल प्रधान, सन्नी कुमार मित्रा, नीरज शर्मा, विक्की, सोनू, दीपक, बबलू शर्मा, अमित, विजयपाल डीलर, गुल्ली इंदर सिंह, आकाश, मनोज, अंकित, साजन, सचिन, बबलू, नरेंद्र प्रधान, सचिन गुर्जर, राकेश, विकास, विशाल आदि सैकड़ों की संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।