नोएडा। नोएडा प्राधिकरण की ओर से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 1650 किलोग्राम प्लास्टिक वेस्ट से निर्मित चरखा तैयार किया गया है। नोएडा प्राधिकरण ने दावा किया है कि यह चरखा दुनिया का सबसे बड़ा प्लास्टिक वेस्ट चरखा होगा। इस चरखे की खासियत यह है कि यह घूमता है। चरखे को घुमाने पर सूत कातने तक की हर गतिविधि इसमें होती है। इसे गिनीज़ बुक तक ले जाने के लिए प्राधिकरण ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में आवेदन किया है।
बता दें कि 1 अक्टूबर को सांसद डॉ महेश शर्मा, विधायक पंकज सिंह व प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी इस चरखे का अनावरण करेंगी।
कैसे हुआ निर्माण
दरअसल इसमें प्लास्टिक के चम्मच,कोल्ड ड्रिंक पीने वाली स्ट्रा आदि का प्रयोग किया गया है। इसकी ऊंचाई 14 फीट, लंबाई 20 फीट, चौड़ाई 8 फीट है। इस जगह पर ट्रैफिक आइलैंड भी बनाया गया है। सेक्टर-94 में यह चरखा रखा गया है, जो दूर से लकड़ी या या पत्थर से तैयार किया हुआ प्रतीत हो रहा है।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के निर्देश पर नोएडा में जब्त की गई 1250 किलोग्राम पॉलीथिन को गाजियाबाद के कलाकार सफराज अली व साक्षी झा को सौंपा गया, जिन्होंने 20 दिन में एकरैलिक के जरिये चरखा तैयार किया है।