चुनाव आयोग ने किया महाराष्ट्र- हरियाणा में विधानसभा चुनावों का ऐलान, नतीजे 24 को होंगे घोषित

Share

नई दिल्ली.  चुनाव आयोग ने शनिवार को महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। दोनों राज्यों में एक चरण में 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी। नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हरियाणा-महाराष्ट्र में 2 नवंबर, 9 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में इससे पहले इन राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होंगी. महाराष्ट्र में 8.9 करोड़ मतदाता हैं, जबकि हरियाणा में 1.28 करोड़ मतदाता हैं. हरियाणा में 1.03 लाख बैलेट यूनिट हैं, जबकि महाराष्ट्र में 1.8 लाख बैलेट यूनिट, 1.28 लाख CU और 1.39 लाख वीवीपैट मशीनें हैं. उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के लिए चुनाव आयोग ने दो विशेष पर्यवेक्षकों को भेजने का फैसला किया है, जो सिर्फ चुनावी खर्च पर नजर रखेंगे। पहले भी महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक में ऐसे पर्यवेक्षकों को चुनाव के दौरान भेजा जा चुका है। आयोग ने राजनीतिक दलों से यह भी अपील की है कि वे पर्यावरण के लिए अनुकूल सामग्री का ही प्रचार में इस्तेमाल करें और प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचें।

हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करीब एक करोड़ 83 लाख मतदाता करेंगे। इसमें 98 लाख 33 हजार 323 पुरुष और 84 लाख 65 हजार 152 महिला वोटर्स हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बीजेपी लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की कवायद में जुटी है। बीजेपी मिशन-75 प्लस के लक्ष्य को लेकर चल रही है। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव से ऐन वक्त पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा को आगे रखा है और इनके जरिए सत्ता में वापसी करने को बेताब है। कांग्रेस ने दलित-जाट कार्ड खेला है।

भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में चुनावी जंग फतह करने उतरी है। इस बार के चुनाव में बीजेपी-शिवसेना मिलकर किस्मत आजमा रही हैं और साथ में आरपीआई सहित कई छोटे दल भी गठबंधन में शामिल हैं। लेकिन शिवसेना और बीजेपी के बीच अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हो सका है। बीजेपी महाराष्ट्र में 220 प्लस सीट जीतने का टारगेट लेकर चल रही है। कांग्रेस-एनसीपी एक बार फिर मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में वापसी के लिए बेताब हैं। दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर फॉर्मूला भी तय हो गया है। कांग्रेस-एनसीपी ने 125-125 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है और बाकी 38 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ने का फैसला किया है।

भाजपा साफ कर चुकी है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने का मुद्दा वह चुनाव में उठाएगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने पिछले दिनों इसके संकेत दिए थे। विधानसभा में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी और हंगामा भी हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी अगस्त में रोहतक में हुई रैली में अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी करने के फैसले का समर्थन कर दिया था। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर कांग्रेस रास्ते से भटक गई है।

ये करेंगे प्रचार : 

भाजपा : अमित शाह, पीएम मोदी।
कांग्रेस : प्रियंका गांधी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी।